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नई दिल्ली से केजरीवाल-सिसोदिया करेंगे नई पारी की शुरुआत - Kejriwal Residence Lutyens Delhi - KEJRIWAL RESIDENCE LUTYENS DELHI

केजरीवाल सिविल लाइन्स स्थित सरकारी आवास छोड़कर लुटियंस दिल्ली में शिफ्ट हुए. सिसोदिया भी हरभजन सिंह के बंगले में शिफ्ट हुए. पढ़ें आशुतोष झा की रिपोर्ट

नई दिल्ली से केजरीवाल और सिसोदिया करेंगे नई पारी की शुरुआत
नई दिल्ली से केजरीवाल और सिसोदिया करेंगे नई पारी की शुरुआत (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Oct 4, 2024, 4:21 PM IST

नई दिल्ली: फिल्म शोले का मशहूर गीत, ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे, तोड़ेंगे दम मगर तेरा साथ ना छोड़ेंगे...आप सबने सुना होगा. शुक्रवार को आम आदमी पार्टी ने इस गीत का इस्तेमाल करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक वीडियो शेयर किया. वीडियो में अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की यारी को दिखाया गया है. दरअसल, अपने अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले दोनों जब से साथ हुए हैं, आज तक सुख-दुख में साथ हैं. मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद शुक्रवार को केजरीवाल सिविल लाइन्स स्थित सरकारी आवास छोड़कर लुटियंस दिल्ली में शिफ्ट हुए तो मनीष सिसोदिया भी इसी क्षेत्र में शिफ्ट हो गए.

आईआरएस की नौकरी छोड़कर गैर सरकारी संगठन के जरिए 10 साल तक दिल्ली में काम करने के बाद केजरीवाल राजनीति में आए थे. सिसोदिया भी पत्रकारिता छोड़कर केजरीवाल के साथ आ गए. तब से यह दोनों की जोड़ी साथ है. केजरीवाल आज फिरोजशाह रोड स्थित बंगला नंबर पांच में शिफ्ट हो गए. यह बंगला रवि शंकर शुक्ला लेन स्थित आम आदमी पार्टी मुख्यालय के नजदीक हैं. वहीं, आज ही के दिन सिसोदिया भी जिस सरकारी घर में अभी तक रहते थे उसे छोड़कर केजरीवाल के समीप ही पंडित राजेंद्र प्रसाद रोड के आप सांसद हरभजन सिंह के बंगले में शिफ्ट हो गए.

आईआरएस की नौकरी छोड़कर गैर सरकारी संगठन के जरिए 10 साल तक दिल्ली में काम करने के बाद अरविंद केजरीवाल राजनीति में आए थे. मनीष सिसोदिया भी पत्रकारिता छोड़कर केजरीवाल के साथ आ गए. तब से यह दोनों की जोड़ी साथ है.
आईआरएस की नौकरी छोड़कर गैर सरकारी संगठन के जरिए 10 साल तक दिल्ली में काम करने के बाद अरविंद केजरीवाल राजनीति में आए थे. मनीष सिसोदिया भी पत्रकारिता छोड़कर केजरीवाल के साथ आ गए. तब से यह दोनों की जोड़ी साथ है. (etv bharat)

अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और उसके बाद सरकारी आवास भी छोड़ने का ऐलान कर दिया था. इस ऐलान के तहत वे आज नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में शिफ्ट हो गए. जबकि, मनीष सिसोदिया बतौर उपमुख्यमंत्री दिल्ली सरकार से मिले जिस सरकारी घर में रहते थे, मंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद वह घर वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी के नाम अलॉट हो गया था. मनीष सिसोदिया गेस्ट के तौर पर इस घर में रह रहे थे. मगर उन्होंने भी वह घर छोड़ दिया है. पार्टी के दोनों शीर्ष नेता अब नई दिल्ली में चंद मीटर की दूरी पर रहेंगे.

आम आदमी पार्टी कार्यालय से कुछ दूरी पर इन दोनों नेताओं के आवास होने से अब चुनावी रणनीति बनाने से लेकर संगठन को मजबूत करने का काम और बेहतर से हो सकेगा, यह केजरीवाल पहले ही कह चुके हैं. पार्टी नेताओं ने बताया कि नई दिल्ली क्षेत्र केजरीवाल का विधानसभा क्षेत्र भी है. यहां रहते हुए वह दिल्ली और अन्य राज्यों में आगामी चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के अभियान की देखरेख करेंगे.

दिल्ली आने से पहले केजरीवाल-सिसोदिया गाजियाबाद में रहते थे आसपास: अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया राजनीति में आने से पहले दोनों गाजियाबाद के कौशांबी इलाके में ही आसपास में रहते थे. वर्ष 2013 में केजरीवाल पहली बार मुख्यमंत्री बने तो वह गाजियाबाद से दिल्ली के तिलक लेन स्थित सरकारी घर में रहने लगे. 2015 में जब प्रचंड बहुमत से फिर आम आदमी पार्टी की सरकार बनी, तब केजरीवाल उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइन्स स्थित सरकारी आवास में रहने लगे थे. यहां से विधानसभा नजदीक था, इस वजह से उन्होंने इस घर को चुना था. अब वह 9 साल तक इस घर में रहने के बाद खाली कर दिया और एक नई पारी शुरू करने जा रहे हैं.

सिसोदिया के विधानसभा सीट बदलने की भी चर्चा: राजनीतिक विश्लेषक मनोज मिश्र कहते हैं, अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट से विधायक हैं. इस लिहाज से उन्होंने इस क्षेत्र में ही रहना मुनासिब समझा. लेकिन सिसोदिया का अपना विधानसभा क्षेत्र पटपड़गंज सीट में नहीं रहकर अरविंद केजरीवाल के समीप ही नई दिल्ली में रहने के लिए चुनने से अंदर खाने यह चर्चा शुरू हो गई है कि क्या आगामी विधानसभा चुनाव में सिसोदिया अपनी सीट बदल सकते हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में सिसोदिया काउंटिंग के दौरान अंतिम चरण में बीजेपी प्रत्याशी रवि नेगी से बहुत कम वोट हासिल कर चुनाव जीते थे. इसलिए अब उनके ठिकाने बदलने मात्र से सीट बदलने की भी चर्चा शुरू हो गई है.

सिविल लाइंस का आवास छोड़ते हुए भावुक हुए केजरीवाल: सिविल लाइंस स्थित सरकारी आवास को छोड़ने के समय केजरीवाल भावुक हो गए. उन्होंने अपने माता-पिता को पहले गाड़ी में बिठाया. फिर सरकारी आवास में उनकी सेवा में जितने भी कर्मचारी तैनात थे उन सबसे उन्होंने मुलाकात की, गले मिले, उसके बाद सुनीता केजरीवाल ने घर का ताला बंद कर चाभी आवास के केयरटेकर को सौंप दिया. फिर वहां से विदा होकर नई दिल्ली में नए आवास पर पहुंचे.

सिविल लाइन्स के सरकारी आवास का क्या: अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी केजरीवाल के काफी करीब है. केजरीवाल ने जो उन्हें अहम जिम्मेदारी सौंपी है, अब आतिशी उस पर किस तरह खड़ी उतरती है, इस पर भी सब की नज़रें टिकी हुई है. आतिशी फिलहाल अपने नाम पर आवंटित मथुरा रोड के एबी 17 नंबर बंगले में ही रहेंगी. सिविल लाइंस स्थित जिस सरकारी आवास में केजरीवाल रहते थे अब उसमें कौन रहेगा यह भी कुछ दिनों में ही साफ हो पाएगा.

ये भी पढ़ें:

  1. केजरीवाल ने खाली किया विवादों से सुर्खियों में रहा आवास - Kejriwal vacate Official Residence
  2. दिल्ली BJP का आरोप- अरविंद केजरीवाल बहुत बड़ा भ्रष्टाचारी है, हम बेनकाब कर रहे हैं - Expose Kejriwal corruption campaign

नई दिल्ली: फिल्म शोले का मशहूर गीत, ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे, तोड़ेंगे दम मगर तेरा साथ ना छोड़ेंगे...आप सबने सुना होगा. शुक्रवार को आम आदमी पार्टी ने इस गीत का इस्तेमाल करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक वीडियो शेयर किया. वीडियो में अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की यारी को दिखाया गया है. दरअसल, अपने अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले दोनों जब से साथ हुए हैं, आज तक सुख-दुख में साथ हैं. मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद शुक्रवार को केजरीवाल सिविल लाइन्स स्थित सरकारी आवास छोड़कर लुटियंस दिल्ली में शिफ्ट हुए तो मनीष सिसोदिया भी इसी क्षेत्र में शिफ्ट हो गए.

आईआरएस की नौकरी छोड़कर गैर सरकारी संगठन के जरिए 10 साल तक दिल्ली में काम करने के बाद केजरीवाल राजनीति में आए थे. सिसोदिया भी पत्रकारिता छोड़कर केजरीवाल के साथ आ गए. तब से यह दोनों की जोड़ी साथ है. केजरीवाल आज फिरोजशाह रोड स्थित बंगला नंबर पांच में शिफ्ट हो गए. यह बंगला रवि शंकर शुक्ला लेन स्थित आम आदमी पार्टी मुख्यालय के नजदीक हैं. वहीं, आज ही के दिन सिसोदिया भी जिस सरकारी घर में अभी तक रहते थे उसे छोड़कर केजरीवाल के समीप ही पंडित राजेंद्र प्रसाद रोड के आप सांसद हरभजन सिंह के बंगले में शिफ्ट हो गए.

आईआरएस की नौकरी छोड़कर गैर सरकारी संगठन के जरिए 10 साल तक दिल्ली में काम करने के बाद अरविंद केजरीवाल राजनीति में आए थे. मनीष सिसोदिया भी पत्रकारिता छोड़कर केजरीवाल के साथ आ गए. तब से यह दोनों की जोड़ी साथ है.
आईआरएस की नौकरी छोड़कर गैर सरकारी संगठन के जरिए 10 साल तक दिल्ली में काम करने के बाद अरविंद केजरीवाल राजनीति में आए थे. मनीष सिसोदिया भी पत्रकारिता छोड़कर केजरीवाल के साथ आ गए. तब से यह दोनों की जोड़ी साथ है. (etv bharat)

अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और उसके बाद सरकारी आवास भी छोड़ने का ऐलान कर दिया था. इस ऐलान के तहत वे आज नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में शिफ्ट हो गए. जबकि, मनीष सिसोदिया बतौर उपमुख्यमंत्री दिल्ली सरकार से मिले जिस सरकारी घर में रहते थे, मंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद वह घर वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी के नाम अलॉट हो गया था. मनीष सिसोदिया गेस्ट के तौर पर इस घर में रह रहे थे. मगर उन्होंने भी वह घर छोड़ दिया है. पार्टी के दोनों शीर्ष नेता अब नई दिल्ली में चंद मीटर की दूरी पर रहेंगे.

आम आदमी पार्टी कार्यालय से कुछ दूरी पर इन दोनों नेताओं के आवास होने से अब चुनावी रणनीति बनाने से लेकर संगठन को मजबूत करने का काम और बेहतर से हो सकेगा, यह केजरीवाल पहले ही कह चुके हैं. पार्टी नेताओं ने बताया कि नई दिल्ली क्षेत्र केजरीवाल का विधानसभा क्षेत्र भी है. यहां रहते हुए वह दिल्ली और अन्य राज्यों में आगामी चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के अभियान की देखरेख करेंगे.

दिल्ली आने से पहले केजरीवाल-सिसोदिया गाजियाबाद में रहते थे आसपास: अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया राजनीति में आने से पहले दोनों गाजियाबाद के कौशांबी इलाके में ही आसपास में रहते थे. वर्ष 2013 में केजरीवाल पहली बार मुख्यमंत्री बने तो वह गाजियाबाद से दिल्ली के तिलक लेन स्थित सरकारी घर में रहने लगे. 2015 में जब प्रचंड बहुमत से फिर आम आदमी पार्टी की सरकार बनी, तब केजरीवाल उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइन्स स्थित सरकारी आवास में रहने लगे थे. यहां से विधानसभा नजदीक था, इस वजह से उन्होंने इस घर को चुना था. अब वह 9 साल तक इस घर में रहने के बाद खाली कर दिया और एक नई पारी शुरू करने जा रहे हैं.

सिसोदिया के विधानसभा सीट बदलने की भी चर्चा: राजनीतिक विश्लेषक मनोज मिश्र कहते हैं, अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट से विधायक हैं. इस लिहाज से उन्होंने इस क्षेत्र में ही रहना मुनासिब समझा. लेकिन सिसोदिया का अपना विधानसभा क्षेत्र पटपड़गंज सीट में नहीं रहकर अरविंद केजरीवाल के समीप ही नई दिल्ली में रहने के लिए चुनने से अंदर खाने यह चर्चा शुरू हो गई है कि क्या आगामी विधानसभा चुनाव में सिसोदिया अपनी सीट बदल सकते हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में सिसोदिया काउंटिंग के दौरान अंतिम चरण में बीजेपी प्रत्याशी रवि नेगी से बहुत कम वोट हासिल कर चुनाव जीते थे. इसलिए अब उनके ठिकाने बदलने मात्र से सीट बदलने की भी चर्चा शुरू हो गई है.

सिविल लाइंस का आवास छोड़ते हुए भावुक हुए केजरीवाल: सिविल लाइंस स्थित सरकारी आवास को छोड़ने के समय केजरीवाल भावुक हो गए. उन्होंने अपने माता-पिता को पहले गाड़ी में बिठाया. फिर सरकारी आवास में उनकी सेवा में जितने भी कर्मचारी तैनात थे उन सबसे उन्होंने मुलाकात की, गले मिले, उसके बाद सुनीता केजरीवाल ने घर का ताला बंद कर चाभी आवास के केयरटेकर को सौंप दिया. फिर वहां से विदा होकर नई दिल्ली में नए आवास पर पहुंचे.

सिविल लाइन्स के सरकारी आवास का क्या: अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी केजरीवाल के काफी करीब है. केजरीवाल ने जो उन्हें अहम जिम्मेदारी सौंपी है, अब आतिशी उस पर किस तरह खड़ी उतरती है, इस पर भी सब की नज़रें टिकी हुई है. आतिशी फिलहाल अपने नाम पर आवंटित मथुरा रोड के एबी 17 नंबर बंगले में ही रहेंगी. सिविल लाइंस स्थित जिस सरकारी आवास में केजरीवाल रहते थे अब उसमें कौन रहेगा यह भी कुछ दिनों में ही साफ हो पाएगा.

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