चमोली: उत्तराखंड के चमोली जिले में शुक्रवार 6 दिसंबर को जवान किशन सिंह का सैन्य सम्मान का साथ अंतिम संस्कार किया गया. जवान किशन सिंह को उनके बड़े भाई शोभन सिंह और पुत्र आयुष ने मुखाग्नि दी. इस दौरान सब की आंखे नम थी.
नारायणबगड़ विकासखंड के रैई गांव निवासी हाल निवासी गौचर साकेत नगर 41 वर्षीय किशन सिंह 11 असम राइफल्स के जवान थे. इन दिनों वो असम के चांगलांग जिले के खरसंग में तैनात थे. दो हफ्ते पहले ही किशन सिंह अपने घर छुट्टी पर आए थे. बीते गुरुवार पांच दिसंबर को अचानक से उनकी तबीयत बिगड़ गई. परिजन तत्काल उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गौचर लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
इसके बाद गौचर चौकी पुलिस प्रभारी मानवेंद्र गुसाईं ने पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई की. वहीं आज शुक्रवार 6 दिसंबर को जवान किशन सिंह का अंतिम संस्कार दिया किया गया. रूद्रप्रयाग में तैनात 6 ग्रेनिडियर आर्मी के अधिकारियों व जवानों ने सैन्य सम्मान के साथ किशन सिंह को अंतिम विदाई दी.
किशन सिंह अपने पीछे पत्नी सुनीता देवी, 14 वर्षीय पुत्र आयुष और दो जुड़वां 10 वर्षीय बालिका जिया और प्रिया को छोड़ गये है. उनके माता-पिता का पहले ही देहांत हो चुका है. शहीद किशन सिंह की अंतिम शव यात्रा में आर्मी के जवानों व अधिकारियों के अलावा पुलिस प्रशासन सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय लोग शामिल रहे.
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