धर्मशाला: पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं. हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा जिले के एक छोटे से गांव के युवक ने इस कहावत को अपनी कड़ी मेहनत से सच कर दिखाया है. जिला कांगड़ा के विकास खंड भेडू महादेव की ग्राम पंचायत सांबा के अर्चित गुलेरिया को फेसबुक में इंजीनियर के पद पर जॉब ऑफर हुई है. इसके लिए अर्चित गुलेरिया को दो करोड़ रुपये का सालाना पैकेज मिलेगा.
27 वर्षीय अर्चित जुलाई 2024 के दूसरे सप्ताह से इंग्लैंड के लंदन में ज्वाइनिंग करेंगे. अर्चित के पिता अनिल गुलेरिया BSF से सेवानिवृत्त हुए हैं और माता रंजना गुलेरिया गृहिणी हैं. इससे पहले अर्चित गुरुग्राम में अमेजन में दो साल तक बतौर इंजीनियर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. यहां उनका सालाना पैकेज 65 लाख रुपए था. अर्चित को इंजीनियरिंग में छह साल का अनुभव है.अर्चित गुलेरिया ने 2014 में अपनी जमा दो तक की पढ़ाई माउंट कार्मल कॉन्वेंट स्कूल ठाकुरद्वारा तहसील पालमपुर से पूरी की थी.
स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद अर्चित ने 2018 में कम्प्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग के साथ बीटेक की डिग्री पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज चंडीगढ़ से प्राप्त की थी. हिमाचली होनहार को फेसबुक कंपनी में जॉब मिलना पूरे देश के लिए गर्व का विषय है. एक छोटे से गांव में, जहां सुविधाएं न के बराबर हैं. यहां संघर्ष की राहों पर चलकर हीरे की तरह चमक कर निकले. अर्चित गुलेरिया ने कड़ी मेहनत के बलबूते इतना बड़ा मुकाम हासिल किया है.
अर्चित ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में युवाओं से कहा कि कोई भी काम मुश्किल नहीं होता है. पूरी मेहनत और लगन के साथ मेहनत करने पर मंजिल हमारे कदमों में होती है. अर्चित ने बताया कि पहले उनकी माता भी अध्यापिका थी, लेकिन बच्चों के लिए अपनी नौकरी को छोड़ दिया था. अर्चित की बहन रूपाली गुलेरिया भी पेशे से इंजीनियर हैं और वह ब्रिटिश बैंक HSBC में तैनात हैं.