ETV Bharat / state

अपरा एकादशी में सर्वार्थ सिद्धि योग का सुंदर संयोग, इस शुभ मुहूर्त में करें भगवान विष्णु की पूजा - apara ekadashi 2024

author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : May 30, 2024, 4:18 PM IST

Apara Ekadashi 2024 सनातन धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व होता है. इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है. एकादशी के व्रत और उपवास का खास महत्व होता है. लेकिन एकादशी भी कई प्रकार के होते हैं, उसमें अपरा एकादशी का व्रत सभी एकादशियों में बहुत विशिष्ट मानी जाती हैं. ईटीवी भारत को आज आपको अपरा एकादशी के महत्व और पूजन के शुभ मुहूर्त के बारे में सभी जानकारी दे रहा है. Shubh Muhurat of Ekadashi Vrat

APARA EKADASHI 2024
अपरा एकादशी 2024 (ETV Bharat)

अपरा एकादशी पर इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा (ETV Bharat)

रायपुर : अपरा एकादशी एक विशेष एकादशी मानी जाती है. अपरा एकादशी का महत्व भगवान कृष्ण ने धर्मराज युधिष्ठिर को भी बताया था. इस शुभ दिन पूरी श्रद्धा के साथ भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सभी कामनाएं पूरी होती है. अपरा एकादशी सर्व समाज द्वारा मनाई जाती हैं. उत्तर प्रदेश में इसे जल क्रीड़ा एकादशी के रूप में भी मनाया जाता है.

अपरा एकादशी का शुभ मुहूर्त : यह एकादशी अपने आप में एक अद्भुत योग बनाती हैं. इस साल अपरा एकादशी 2 जून 2024 रविवार को मनया जाएगा. इस शुभ दिन रेवती नक्षत्र, आयुष्मान और प्रवर्धमन योग करण और सर्वार्थ सिद्धि योग का सुंदर संयोग बन रहा है. इस शुभ दिन पंचक निवृत्ति रात्रि 1:39 पर होगी.

अपरा एकादशी व्रत की विधि : पंडित विनीत शर्मा ने बताया, "आज के दिन पीपल के वृक्ष के नीचे बैठकर पूजा-अर्चना, परिक्रमा, कलवा बांधना और यज्ञोपवीत बांधने का काम किया जाता है. आज के शुभ दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करने और फिर आचमन लेकर पूजा करने का विधान है. इस दिन सृष्टि के संचालक श्री हरि विष्णु जी का जल से अभिषेक किया जाता है. जिसके बाद श्री हरि विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है."

"भगवान श्री हरि विष्णु को गंगाजल, शुद्ध जल और अनेक तरह के जल से स्नान कराया जाता है. इसके साथ ही पीले फूल, कमल के फूल, अष्ट चंदन, रक्त चंदन आदि से भगवान विष्णु जी का अभिषेक किया जाता है. आज के शुभ दिन दिव्यांगजनों, गरीबों को दान करना अत्यंत शुभ माना गया है. आज के शुभ दिन निर्जला उपवास रखने का विधान अथवा एकाशना उपवास किया जा सकता है." - पंडित विनीत शर्मा, ज्योतिष एवम वास्तुविद


अपरा एकादशी व्रत का महत्व : आज के शुभ दिन राम रक्षा स्त्रोत, हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, विष्णु सहस्त्रनाम, विष्णु जी की आरती, रामायण और भागवत गीता का पाठ किया जाता है. ऐसी मान्यता है कि अपरा एकादशी का दीर्घकाल तक पालन करने पर स्वर्ग लोक में स्थान मिलता है. अपरा एकादशी समस्त बिगड़े कार्यों को बनाने वाली होती है. आज के शुभ दिन उपवास करने पर जातक के जीवन की बाधाएं समाप्त हो जाती है. अपरा एकादशी समस्त कामनाओं को सिद्ध करने वाली मानी जाती है.

नोट: यहां प्रस्तुत सारी बातें पंडित जी की तरफ से बताई गई बातें हैं. इसकी पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है.

छत्तीसगढ़ की दिलचस्प प्रेम कहानी, ऑनलाइन गेम खेलते गुजरात के छोरे को कांकेर की लड़की से हुआ प्यार, 1400 किमी दूर गांव आया प्रेमी पहुंचा अस्पताल - Kanker Unique Love story
4 जून मतगणना को तैयार कांकेर, इतने राउंड में काउंटिंग, दोपहर बाद स्पष्ट रुझान की उम्मीद - Election Results 2024

मानसून आने से पहले छत्तीसगढ़ में येलो अलर्ट, 29-30 मई को दिन और रात चलेगा हीट वेव, मानसून अभी कोसों दूर - MONSOON UPDATE

अपरा एकादशी पर इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा (ETV Bharat)

रायपुर : अपरा एकादशी एक विशेष एकादशी मानी जाती है. अपरा एकादशी का महत्व भगवान कृष्ण ने धर्मराज युधिष्ठिर को भी बताया था. इस शुभ दिन पूरी श्रद्धा के साथ भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सभी कामनाएं पूरी होती है. अपरा एकादशी सर्व समाज द्वारा मनाई जाती हैं. उत्तर प्रदेश में इसे जल क्रीड़ा एकादशी के रूप में भी मनाया जाता है.

अपरा एकादशी का शुभ मुहूर्त : यह एकादशी अपने आप में एक अद्भुत योग बनाती हैं. इस साल अपरा एकादशी 2 जून 2024 रविवार को मनया जाएगा. इस शुभ दिन रेवती नक्षत्र, आयुष्मान और प्रवर्धमन योग करण और सर्वार्थ सिद्धि योग का सुंदर संयोग बन रहा है. इस शुभ दिन पंचक निवृत्ति रात्रि 1:39 पर होगी.

अपरा एकादशी व्रत की विधि : पंडित विनीत शर्मा ने बताया, "आज के दिन पीपल के वृक्ष के नीचे बैठकर पूजा-अर्चना, परिक्रमा, कलवा बांधना और यज्ञोपवीत बांधने का काम किया जाता है. आज के शुभ दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करने और फिर आचमन लेकर पूजा करने का विधान है. इस दिन सृष्टि के संचालक श्री हरि विष्णु जी का जल से अभिषेक किया जाता है. जिसके बाद श्री हरि विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है."

"भगवान श्री हरि विष्णु को गंगाजल, शुद्ध जल और अनेक तरह के जल से स्नान कराया जाता है. इसके साथ ही पीले फूल, कमल के फूल, अष्ट चंदन, रक्त चंदन आदि से भगवान विष्णु जी का अभिषेक किया जाता है. आज के शुभ दिन दिव्यांगजनों, गरीबों को दान करना अत्यंत शुभ माना गया है. आज के शुभ दिन निर्जला उपवास रखने का विधान अथवा एकाशना उपवास किया जा सकता है." - पंडित विनीत शर्मा, ज्योतिष एवम वास्तुविद


अपरा एकादशी व्रत का महत्व : आज के शुभ दिन राम रक्षा स्त्रोत, हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, विष्णु सहस्त्रनाम, विष्णु जी की आरती, रामायण और भागवत गीता का पाठ किया जाता है. ऐसी मान्यता है कि अपरा एकादशी का दीर्घकाल तक पालन करने पर स्वर्ग लोक में स्थान मिलता है. अपरा एकादशी समस्त बिगड़े कार्यों को बनाने वाली होती है. आज के शुभ दिन उपवास करने पर जातक के जीवन की बाधाएं समाप्त हो जाती है. अपरा एकादशी समस्त कामनाओं को सिद्ध करने वाली मानी जाती है.

नोट: यहां प्रस्तुत सारी बातें पंडित जी की तरफ से बताई गई बातें हैं. इसकी पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है.

छत्तीसगढ़ की दिलचस्प प्रेम कहानी, ऑनलाइन गेम खेलते गुजरात के छोरे को कांकेर की लड़की से हुआ प्यार, 1400 किमी दूर गांव आया प्रेमी पहुंचा अस्पताल - Kanker Unique Love story
4 जून मतगणना को तैयार कांकेर, इतने राउंड में काउंटिंग, दोपहर बाद स्पष्ट रुझान की उम्मीद - Election Results 2024

मानसून आने से पहले छत्तीसगढ़ में येलो अलर्ट, 29-30 मई को दिन और रात चलेगा हीट वेव, मानसून अभी कोसों दूर - MONSOON UPDATE

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.