मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिला के चकिया प्रखंड स्थित एक विद्यालय के पानी टंकी में असामाजिक तत्वों द्वारा सल्फास नामक जहर डाल दिए जाने की जानकारी मिलने के बाद हड़कम्प मच गया. गनीमत रही कि तब तक किसी भी विद्यार्थी ने टंकी के पानी को नहीं पीया था.
मोतिहारी में बड़ी साजिश नाकाम: विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने स्थानीय मुखिया,सरपंच,वार्ड सदस्य और शिक्षा समिति के सदस्यों को घटना की जानकारी दी. घटना चकिया प्रखंड के कोयला बेलवा गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय का है. प्रधानाध्यापक ने घटना को लेकर स्थानीय थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ आवेदन दिया है.
पानी की टंकी में डाला सल्फास: विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रेमनारायण ने बताया कि सुबह नौ बजे विद्यालय खोलकर ऑफिस में बैठा था. तेज गंध महसूस हुआ. बगल में ही रसोईघर है. गंध को लेकर शिक्षकों के साथ जांच पड़ताल शुरू की तो एक सल्फास का रैपर मिला. बता दें कि इस स्कूल में लगभग तीन सौ बच्चे पढ़ते हैं.
"उसके बाद नल के पानी की जांच की,।तो उसमें से भी गंध आ रहा था. फिर पानी टंकी की जांच करने पर उसमें से भी तेज गंध मिला. विद्यार्थियों को पानी पीने से मना किया गया और मध्याह्न भोजन भी नहीं बनाया गया. उसके बाद मुखिया समेत सभी पंचायत प्रतिनिधि और ग्रामीणों को बुलाकर इसकी सूचना दी गई."- प्रेमनारायण,प्रधानाध्यापक, राजकीय मध्य विद्यालय, कोयला बेलवा
सल्फास का रैपर बरामद: साथ ही प्रखंड स्तरीय अधिकारी के साथ जिलास्तरीय अधिकारी को भी इसकी जानकारी दी गई. पंचायत के मुखिया के सूचना पर पुलिस भी पहुंची थी. बताया जा रहा है कि विद्यालय खुलने के बाद तेज गंध आने पर पड़ताल शुरू हुई तो सल्फास जहर का दस ग्राम का रैपर मिला.
अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज: उसके बाद टंकी के पानी को बहाकर उसे खाली कराया गया. विद्यालय के प्रधानाध्यापक के सूचना पर ग्रामीण और पुलिस मौके पर पहुंचे. पुलिस घटना की जांच में जुट गई है. डीएसपी सत्येन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि कोयला बेलवा के विद्यालय के प्रधानाध्यापक के सूचना पर पुलिस पहुंची थी.
"घटना की जांच की जा रही है. प्रधानाध्यापक ने अज्ञात लोगों के खिलाफ थाना में आवेदन दिया है."-सत्येन्द्र कुमार सिंह,डीएसपी
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