जयपुर: राजस्थान पुलिस मुख्यालय की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बांसवाड़ा जिले के थाना कोतवाली इलाके से एक युवती के अपहरण के मामले में 19 साल से फरार चल रहे आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल की है. टीम ने रतनपुरा खानपुर थाना सारोला (जिला झालावाड़) निवासी भगवान सिंह उर्फ भगवान माली को कोटा के आरके पुरम थाना क्षेत्र से पकड़ा है. आरोपी की गिरफ्तारी पर 20 हजार रुपए का इनाम घोषित था.
एडीजी एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स और क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में वांछित अपराधियों और गैंगस्टर के बारे में गोपनीय सूचनाएं संकलन के लिए डीआईजी योगेश यादव और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विद्या प्रकाश सुपरविजन में एजीटीएफ की टीमों को विभिन्न शहरों में भेजा गया है. इंस्पेक्टर सुभाष सिंह के नेतृत्व में टीम उदयपुर और कोटा रेंज रवाना की गई. टीम के सदस्य हैड कांस्टेबल महेश कुमार और महावीर सिंह शेखावत को 19 साल से फरार आरोपी भगवान सिंह उर्फ भगवान लाल माली के संबंध में सूचना मिली कि आरोपी अपना गांव छोड़कर कोटा के आरकेपुरम थाना इलाके में काम करता है.
सूचना पर इस टीम के अलावा हैड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह, रविंद्र सिंह, राकेश जाखड़, कांस्टेबल नरेश कुमार और सुरेश कुमार की टीम को भी शामिल किया गया. सूचना की पुष्टि के बाद गठित टीम ने आरके पुरम थाना क्षेत्र से आरोपी भगवान लाल माली उर्फ भगवान सिंह (45) को डिटेन कर लिया. बांसवाड़ा जिले की कोतवाली पुलिस को इस बारे में सूचित कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि पकड़ा गया आरोपी 22 वर्ष की आयु में बांसवाड़ा से एक युवती का अपहरण कर झालावाड़ ले आया था. प्रकरण दर्ज होने के बाद बांसवाड़ा पुलिस ने युवती को दस्तयाब कर परिजनों को सौंप दिया, लेकिन आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. उसके बाद पुलिस ने कई बार आरोपी को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन काफी शातिर प्रवृत्ति का आरोपी अपना निवास बदल बदलकर पुलिस को छकाता रहा. आरोपी ने मोबाइल और सोशल मीडिया से भी दूरी बना रखी थी. लगातार 19 साल से पुलिस की पकड़ से फरार चल रहा था.