जयपुर. राजस्थान में सत्ता संभालते ही भजनलाल सरकार ने संगठित अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया है. इसकी कमान राजस्थान पुलिस के सिंघम कहे जाने वाले एडीजी (क्राइम) दिनेश एमएन को दी गई. प्रदेश में एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स बनने के बाद फायरिंग की वारदातों में कमी आई है.
एडीजी दिनेश एमएन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अपराधियों की धरपकड़ और उनकी गतिविधियों पर निगरानी के सकारात्मक परिणाम स्वरूप प्रदेश में फायरिंग की घटनाओं में इस साल बड़ी गिरावट दर्ज की गई है.
उन्होंने बताया कि फायरिंग के प्रकरणों में 2023 के मुकाबले इस साल जून महीने तक दर्ज किए गए प्रकरणों की संख्या में 41.89 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि फायरिंग की वारदातों में घायलों की संख्या में 59.56 फीसदी और जान गंवाने वालों की संख्या में 44.44 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है.
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ये हैं प्रदेश में फायरिंग की घटनाओं के आंकड़े : एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि प्रदेश में साल 2021 में जून महीने तक फायरिंग के 223 मुकदमे दर्ज हुए थे. इन घटनाओं में 129 लोग घायल हुए और 32 लोगों की मौत हो गई. साल 2022 में जून महीने तक प्रदेश में फायरिंग के 272 प्रकरण दर्ज हुए, जिनमें 151 घायल हुए 30 की मौत हो गई. इसी प्रकार साल 2023 में जून महीने तक फायरिंग के 265 मुकदमे दर्ज हुए. इन घटनाओं में 183 लोग घायल हुए और 27 लोगों की मौत हो गई. इसकी तुलना में साल 2024 में जून महीने तक फायरिंग के 154 मुकदमे दर्ज हुए हैं. इस साल जून तक फायरिंग की घटनाओं में 74 लोग घायल हुए हैं. जबकि 15 लोगों की इन घटनाओं में मौत हुई है.