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लखनऊ फिजिशियन डिजिटल अरेस्ट मामले में एक और साइबर ठग गिरफ्तार, कंबोडिया से चाइनीज गैंग कर रहा ऑपरेट - STF ARRESTED CYBER THUG

डिजिटल अरेस्ट कर ठगी की रकम किराए के बैंक अकाउंट में होता ट्रांसफर, पैसे यूएसडीटी में कन्वर्ट होकर जाता चाइनीज गिरोह के वालेट पर

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एसटीएफ के शिकंजे में साइबर ठग कृष्ण कुमार (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 27, 2024, 8:06 PM IST

लखनऊ: राजधानी लखनऊ में एक सीनियर फिजिशियन को दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 48 लाख रूपये ठगी करने वाले एक आरोपी को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किये गए आरोपी का नाम कृष्णा है. इससे पहले इसी गिरोह के 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. यूपी STF के एएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि, राजधानी के डॉक्टर अशोक सोलंकी के साथ फर्जी सीबीआई और आरबीआई अफसर बन 48 लाख रूपये की ठगी के मामले में बीते दिनों हरियाणा और लखनऊ से पांच-पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. इसी मामले में शनिवार को कृष्णा को गिरफ्तार किया गया है.

आरोपी कृष्ण कुमार ने पूछताछ बताया कि उसने मोनार्ड विश्वविद्यालय हापुड से बीएससी किया. अक्टूबर 2023 में उसकी मुलाकात राहुल चौहान से हुई, जो मुरादनगर गाजियाबाद में जेके मेडिकल स्टोर चलाता था. राहुल ने उसको गेमिंग स्कैमिंग, मिक्सिंग व स्टाक पर काम करने के बारे में बताया. जिसके लिए कार्पोरेट एकाउन्ट को किराए पर लेना होता है. कार्पोरेट एकाउन्ट को रेंट पर लेने के लिए उसने टेलीग्राम के जरिए राजकुमार व पंकज सुरेला से संपर्क किया. ये लोग उसको कमीशन पर कार्पोरेट बैंक एकाउन्ट की डिटेल/किट उपलब्ध कराने लगे.

कार्पोरेट बैंक एकाउन्ट किराए पर लेने के बाद कृष्ण कुमार ने राहुल के जरिए मुहफिजुद्दीन से सम्पर्क कर साइबर ठगी का काम करने लगा. मुहफिजुद्दीन कम्बोडिया में मौजूद चाइनीज गैंग के सम्पर्क में था. इस गिरोह की ओर से डिजिटल अरेस्ट, स्टॉक फ्रॉड, गेमिंग फ्रॉड के माध्यम से भारतीयों को अपने जाल में फंसाकर, किराए पर लिए गए बैंक खातों में रूपये डलवाने का काम किया जाता था. इन बैंक खातों में ठगी से जो रूपये आते थे उसमें से मुहफिजुद्दीन इनका कमीशन काट कर बांकी रुपयों को यूएसडीटी में कन्वर्ट कर चाइनीज गिरोह के वालेट पर भेज देता था.

अगस्त 2024 में लखनऊ के डॉक्टर अशोक सोलंकी के साथ की गयी ठगी के बारे में आरोपी ने बताया कि राजकुमार ने 12-13 अगस्त 2024 को व्हाटसअप कॉल के जरिए इसको बुलाया था. तब ये सेक्टर 52 के एक होटल में गया. वहां पर कार्पोरेट बैंक खाता धारक नागेंन्द्र पाठक से उनके बैंक खाते की एसएमएस एलर्ट सिम लेकर उसको अपने मोबाइल में लगाकर उसमें एपीके फाइल के माध्यम से वेलकम एप डाउनलोड किया, जिससे एकाउंट में ओटीपी आने लगा. इसके बाद यह एपीके डिवाइस, बैंक खाते का इंटरनेट बैंकिग आईडी पासवर्ड, एटीएम कार्ड चेकबुक लेकर होटल शिवम मोहन नगर गाजियाबाद राहुल के पास गया.

लखनऊ: राजधानी लखनऊ में एक सीनियर फिजिशियन को दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 48 लाख रूपये ठगी करने वाले एक आरोपी को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किये गए आरोपी का नाम कृष्णा है. इससे पहले इसी गिरोह के 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. यूपी STF के एएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि, राजधानी के डॉक्टर अशोक सोलंकी के साथ फर्जी सीबीआई और आरबीआई अफसर बन 48 लाख रूपये की ठगी के मामले में बीते दिनों हरियाणा और लखनऊ से पांच-पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. इसी मामले में शनिवार को कृष्णा को गिरफ्तार किया गया है.

आरोपी कृष्ण कुमार ने पूछताछ बताया कि उसने मोनार्ड विश्वविद्यालय हापुड से बीएससी किया. अक्टूबर 2023 में उसकी मुलाकात राहुल चौहान से हुई, जो मुरादनगर गाजियाबाद में जेके मेडिकल स्टोर चलाता था. राहुल ने उसको गेमिंग स्कैमिंग, मिक्सिंग व स्टाक पर काम करने के बारे में बताया. जिसके लिए कार्पोरेट एकाउन्ट को किराए पर लेना होता है. कार्पोरेट एकाउन्ट को रेंट पर लेने के लिए उसने टेलीग्राम के जरिए राजकुमार व पंकज सुरेला से संपर्क किया. ये लोग उसको कमीशन पर कार्पोरेट बैंक एकाउन्ट की डिटेल/किट उपलब्ध कराने लगे.

कार्पोरेट बैंक एकाउन्ट किराए पर लेने के बाद कृष्ण कुमार ने राहुल के जरिए मुहफिजुद्दीन से सम्पर्क कर साइबर ठगी का काम करने लगा. मुहफिजुद्दीन कम्बोडिया में मौजूद चाइनीज गैंग के सम्पर्क में था. इस गिरोह की ओर से डिजिटल अरेस्ट, स्टॉक फ्रॉड, गेमिंग फ्रॉड के माध्यम से भारतीयों को अपने जाल में फंसाकर, किराए पर लिए गए बैंक खातों में रूपये डलवाने का काम किया जाता था. इन बैंक खातों में ठगी से जो रूपये आते थे उसमें से मुहफिजुद्दीन इनका कमीशन काट कर बांकी रुपयों को यूएसडीटी में कन्वर्ट कर चाइनीज गिरोह के वालेट पर भेज देता था.

अगस्त 2024 में लखनऊ के डॉक्टर अशोक सोलंकी के साथ की गयी ठगी के बारे में आरोपी ने बताया कि राजकुमार ने 12-13 अगस्त 2024 को व्हाटसअप कॉल के जरिए इसको बुलाया था. तब ये सेक्टर 52 के एक होटल में गया. वहां पर कार्पोरेट बैंक खाता धारक नागेंन्द्र पाठक से उनके बैंक खाते की एसएमएस एलर्ट सिम लेकर उसको अपने मोबाइल में लगाकर उसमें एपीके फाइल के माध्यम से वेलकम एप डाउनलोड किया, जिससे एकाउंट में ओटीपी आने लगा. इसके बाद यह एपीके डिवाइस, बैंक खाते का इंटरनेट बैंकिग आईडी पासवर्ड, एटीएम कार्ड चेकबुक लेकर होटल शिवम मोहन नगर गाजियाबाद राहुल के पास गया.

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