नई दिल्ली: दिल्ली में नवजात बच्चो की खरीद फरोख्त करने वाले एक और गैंग का भंडाफोड़ हुआ है. नांगलोई थाना पुलिस ने चाइल्ड ट्रैफिकिंग के आरोप में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है इनके पास से दो नवजात भी बरामद हुए हैं.
आउटर जिले के डीसीपी जिमी चिराम से मिली जानकारी के अनुसार नांगलोई पुलिस को सोनिया हॉस्पिटल के पास बच्चा चुराने वाले गिरोह के देखे जाने की जानकारी मिली थी और इस जानकारी के मिलने के बाद पुलिस वालों की एक टीम बनाई गई जिसमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थी और आला अधिकारी इस मामले को देख रहे थे टीम ने जाल बिछाया और वहां से तीन महिला सहित एक पुरुष को गिरफ्तार किया.
एक छोटी बच्ची बरामद हुई
आरोपियों के पास एक छोटी बच्ची भी थी और ये लोग किसी गुप्त स्थान पर जाने वाले थे. पुलिस ने उन सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. छानबीन के दौरान पुलिस को ये पता चला की छोटी बच्ची पंजाब के फाजिल्का के एक परिवार की है और इसे ये लोग बेचने की फिराक में थे. पुलिस ने बच्ची के माता पिता को इसकी जानकारी दी है.
गरीब परिवारों को मोटी रकम का लालच देकर लेते थे बच्चे
दरअसल पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ये लोग गरीब परिवार के बच्चों को पैसे का लालच देकर उनसे बच्चे ले लेते थे और उन्हें आगे अधिक दाम में बेचते थे. पुलिस ने जानकारी में बताया है कि दरअसल इस बच्ची को ये लोग यूपी में बेचने की फिराक में थे लेकिन वहां जब ग्राहक नहीं मिला तो यह दिल्ली आ गए और बच्ची को बेचने की जुगत कर रहे थे। इन लोगों से जब सख्ती से पूछताछ की गई थी इन लोगों ने 3 महीने की एक और बच्ची के बारे में बताया और यह कहा कि उसे चंडीगढ़ में रहने वाले एक परिवार को ढाई लाख रुपए में बेच दिया. इस जानकारी के सामने आने के बाद फौरन पुलिस की एक टीम चंडीगढ़ गई और 10 और 11 अप्रैल की रात बच्ची को बचा लिया. गिरफ्तार किए गए आरोपियों का नाम गुरमीत सिंह जो वेस्ट दिल्ली के तिहाड़ गांव की रहने वाली है. अस्मिता कौर भी तिहाड़ की ही रहने वाली है जबकि मरियम मयूर विहार की और नैना चंद्र विहार की रहने वाली है.
बता दें, 6 अप्रैल को सीबीआई की टीम ने बच्चा खरीदने वाले और बेचने वाले बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया और कई आरोपियों को अरेस्ट भी किया था. ये गिरफ्तारी दिल्ली के केशवपुरम इलाके से की गई थी.
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