श्रीनगर: अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में न्याय को लेकर श्रीनगर में चल रहा धरना समाप्त हो गया है. आज अंकिता भंडारी के परिजनों ने धरना स्थगित किया. अब परिजन लोगों से संपर्क कर अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने की अपील करेंगे. इसके साथ ही 13 मार्च से अंकिता के परिजन न्याय यात्रा निकाल रहे हैं. इसकी शुरूआत कोटद्वार से की जाएगी. अंकिता के परिजनों ने जनता से इस न्याय यात्रा को सफल बनाने के लिए अपील की है.
अंकिता भंडारी के परिजनों ने कहा सरकार उनको न्याय दिलाने के बजाय उनको तोड़ने का कार्य कर रही है. ना ही सरकार केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले गई, नही सरकार की घोषणा के अनुसार नर्सिंग कॉलेज का नाम अंकिता के नाम पर रखा गया. उन्होंने कहा सरकार वीआईपी को बचाने की कोशिश कर रही है. तभी सबूत मिटाने वाले एसडीएम और स्थानीय विधायक पर कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा अब जनता के बीच जाकर वे जनता से न्याय दिलाने के लिए अपील करेंगे. अंकिता के परिजनों ने कहा अगर जरूरत पड़ी तो वे लोकसभा चुनाव भी लड़ेगे. जिससे उनकी बच्ची को इंसाफ मिले.
धरने पर बैठे पहाड़ी स्वाभिमान सेना के प्रदेश अध्यक्ष आशीष नेगी ने कहा 13 मार्च से अंकिता न्याय यात्रा की शुरूआत की जा रही है. जिसमें वे युवाओं के साथ मिलकर अंकिता के लिए न्याय के साथ ही आशुतोष नेगी की रिहाई की मांग करेंगे. उन्होंने कहा वे आशुतोष नेगी से मिलने जेल गए थे. जहां उन्होंने बताया सरकार उन पर जबरन अन्य मुकदमे भी कर सकती है. पूर्व में भी सरकारी कार्य मे बाधा डालने, पुलिस की वर्दी फाड़ने का भी फर्जी मुकदमा उन पर किया गया है. उन्होंने कहा निजी खुंंदस में उनके ऊपर पर मुकदमा दर्ज किया गया है.