जोधपुर: अनीता चौधरी हत्याकांड का मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन मुंबई में पकड़ा गया है, जिसे पुलिस जोधपुर लेकर आ रही है. इसी प्रमुख मांग को लेकर अनिता के पति और पुत्र धरने पर बैठे थे. गुलामुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद कयास लगाया जा रहा था कि 7 दिन से चल रहा धरना समाप्त हो जाएगा और अनीता के शव का पोस्टमार्टम हो सकेगा. लेकिन गुलामुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार सुबह वीर तेजा मंदिर परिसर से दोनों निकलकर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के पास चले गए. जहां से बेनीवाल ने फिर धरना देने की घोषणा कर दी है. इसके लिए अपने भाई पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल को जोधपुर जाने के निर्देश दिए हैं.
सांसद बेनीवाल ने आरोप लगाया है कि पुलिस परिजनों को धमका रही है. उनको गिरफ्तारी का भय दिखा रही है. लेकिन हम डरने वाले नहीं है. सरकार को पहले डीसीपी को हटाना होगा, जो अधिकारी आरोपियों को बचा रहे हैं, उनको हटाना होगा. परिवार को मुआवजा और सीबीआई जांच करवानी होगी. पुलिस की दादागिरी नहीं चलने देंगे. बेनीवाल ने परिजनों को आश्वस्त किया कि वे आराम से जाएं, उनका भाई नारायण, आरएलपी की टीम के साथ धरना स्थल पर जाएंगे.
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पोस्टमार्टम में हो सकती है और देरी: बेनीवाल के बयान के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि अनीता चौधरी के पोस्टमार्टम में और देरी हो सकती है. क्योंकि परिजनों की सबसे बड़ी मांग गुलामुद्दीन की गिरफ्तारी थी. लेकिन अब बेनीवाल के डीसीपी हटाने, मुआवजा देने और सीबीसी जांच की मांग उठाई जाने से यह मामला और लंबा खींच सकता है.
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सिरोही से निकली टीम: मुंबई से सड़क मार्ग से गुलामुद्दीन को लेकर जोधपुर के लिए निकली पुलिस की टीम 5 बजे सिरोही पहुंच गई. टीम के रात करीब 8:00 बजे तक जोधपुर पहुंचने की जानकारी मिली है. हालांकि अभी यह तय नहीं किया गया है कि गुलामुद्दीन को किस थाने में ले जाकर पूछताछ की जाएगी.