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हरियाणा में भ्रष्ट पटवारियों की सूची सार्वजनिक होने से पटवारी नाराज, 3 दिन काला बिल्ला लगाकर करेंगे काम - CORRUPT PATWARI LIST PUBLIC

भ्रष्ट पटवारियों की सूची सार्वजनिक होने पर पटवारियों ने बैठक कर 3 दिन तक काला बिल्ला लगाकर काम करने का निर्णय लिया है.

CORRUPT PATWARI LIST PUBLIC
हरियाणा के पटवारियों में रोष (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jan 19, 2025, 6:44 PM IST

जींद: प्रदेश भर के पटवारियों ने हरियाणा सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए जारी की गई पटवारी की सूची को असंवैधानिक, अमानवीय और मानसिक प्रताड़ना देने वाली करार दिया है. रविवार को जींद में हरियाणा पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जयवीर चहल की अध्यक्षता में हुई बैठक में पटवारियों ने फैसला किया कि वो अगले तीन दिन तक काला बिल्ला बांधकर काम करेंगे. सोमवार को प्रदेश भर में सभी जिला मुख्यालय पर उपायुक्तों को ज्ञापन सौंपेंगे और कोई भी पटवारी दूसरे इलाके का काम नहीं करेगा.

"इस रिपोर्ट में बहुत सी खामियां है" : जयवीर चहल ने कहा कि ये रिपोर्ट किस एजेंसी ने तैयार की है, ये तो पता नहीं, लेकिन इतना जरूर है कि इस रिपोर्ट में बहुत सी खामियां हैं. गुरुग्राम के देवेंद्र पटवारी और कैथल के ओमप्रकाश पटवारी के नाम भी इस सूची में दर्ज हैं, जबकि ये दोनों पटवारी अब इस दुनिया में नहीं है. उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट में जो कार्यकाल दिखाया गया है, वो भी काफी गलत है. इससे ये बात साबित होती है कि ये रिपोर्ट सही नहीं है.

हरियाणा के पटवारियों में रोष (Etv Bharat)

"हम भ्रष्ट पटवारियों का समर्थन नहीं करते" : उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है और वो इसका स्वागत करते हैं. वो किसी भी भ्रष्ट पटवारी का समर्थन नहीं करते, लेकिन इसका अर्थ ये भी नहीं है कि सरकार पटवारियों को असंवैधानिक तरीके से मानसिक और अमानवीय प्रताड़ना दें. उन्होंने कहा कि इस मामले में कानूनी पहलुओं पर भी विचार किया जा रहा है और वकीलों से राय ली जा रही है. जो भी कानून सम्मत राय बनेगी, उसी के अनुसार आगे की रणनीति तैयार की जाएगी.

अब तहसील से ही काम करेंगे पटवारी : मुख्यमंत्री द्वारा इस पत्र के लीक होने के मामले की जांच करवाई जाने की बात का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी हो, उसे सजा दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि कई जगह पटवार खाने नहीं है और पटवारी अपने स्तर पर कार्यालय चला रहे हैं, अब ऐसे पटवारी अपना सारा रिकॉर्ड ले जाकर तहसील में रखेंगे और जगह मिले या नहीं मिले, लेकिन तहसील से ही अपना कार्यालय चलाएंगे.

"सरकार को संबंधित पटवारी से जवाब मांगना चाहिए था": प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार और कर्मचारियों के बीच पत्र व्यवहार होता रहता है. ऐसी कोई रिपोर्ट अगर बनी थी तो उस पर संबंधित पटवारी अपना जवाब दे देते, लेकिन सरकार के इस फैसले से पटवारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

3 घंटे तक चली संगठन की बैठक : इससे पहले यहां पटवारखाने में हरियाणा पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन की 3 घंटे से ज्यादा समय तक बैठक चली. इस बैठक में प्रदेश भर से करीब 150 पटवारियों ने भाग लिया. बंद कमरे में हुई इस बैठक में पटवारियों ने अपनी भविष्य की रणनीति बनाई और उसके सभी पहलुओं पर विचार भी किया. इस बैठक में किसी भी बाहरी व्यक्ति को जाने की इजाजत नहीं दी गई.

इसे भी पढ़ें : हरियाणा में भ्रष्टाचार के आरोपी पटवारियों पर गिरेगी गाज, सीएम ने दिया यह बड़ा बयान

इसे भी पढ़ें : भ्रष्ट पटवारियों की सूची में जाति लिखे जाने पर भड़के कांग्रेस के पूर्व मंत्री, कहा- मंत्रियों के खिलाफ दर्ज होना चाहिए मुकदमा

इसे भी पढ़ें : हरियाणा सरकार ने तैयार की 370 भ्रष्ट पटवारियों की लिस्ट, सबसे अधिक भ्रष्टाचारी कैथल में, जल्द गिरेगी गाज

जींद: प्रदेश भर के पटवारियों ने हरियाणा सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए जारी की गई पटवारी की सूची को असंवैधानिक, अमानवीय और मानसिक प्रताड़ना देने वाली करार दिया है. रविवार को जींद में हरियाणा पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जयवीर चहल की अध्यक्षता में हुई बैठक में पटवारियों ने फैसला किया कि वो अगले तीन दिन तक काला बिल्ला बांधकर काम करेंगे. सोमवार को प्रदेश भर में सभी जिला मुख्यालय पर उपायुक्तों को ज्ञापन सौंपेंगे और कोई भी पटवारी दूसरे इलाके का काम नहीं करेगा.

"इस रिपोर्ट में बहुत सी खामियां है" : जयवीर चहल ने कहा कि ये रिपोर्ट किस एजेंसी ने तैयार की है, ये तो पता नहीं, लेकिन इतना जरूर है कि इस रिपोर्ट में बहुत सी खामियां हैं. गुरुग्राम के देवेंद्र पटवारी और कैथल के ओमप्रकाश पटवारी के नाम भी इस सूची में दर्ज हैं, जबकि ये दोनों पटवारी अब इस दुनिया में नहीं है. उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट में जो कार्यकाल दिखाया गया है, वो भी काफी गलत है. इससे ये बात साबित होती है कि ये रिपोर्ट सही नहीं है.

हरियाणा के पटवारियों में रोष (Etv Bharat)

"हम भ्रष्ट पटवारियों का समर्थन नहीं करते" : उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है और वो इसका स्वागत करते हैं. वो किसी भी भ्रष्ट पटवारी का समर्थन नहीं करते, लेकिन इसका अर्थ ये भी नहीं है कि सरकार पटवारियों को असंवैधानिक तरीके से मानसिक और अमानवीय प्रताड़ना दें. उन्होंने कहा कि इस मामले में कानूनी पहलुओं पर भी विचार किया जा रहा है और वकीलों से राय ली जा रही है. जो भी कानून सम्मत राय बनेगी, उसी के अनुसार आगे की रणनीति तैयार की जाएगी.

अब तहसील से ही काम करेंगे पटवारी : मुख्यमंत्री द्वारा इस पत्र के लीक होने के मामले की जांच करवाई जाने की बात का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी हो, उसे सजा दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि कई जगह पटवार खाने नहीं है और पटवारी अपने स्तर पर कार्यालय चला रहे हैं, अब ऐसे पटवारी अपना सारा रिकॉर्ड ले जाकर तहसील में रखेंगे और जगह मिले या नहीं मिले, लेकिन तहसील से ही अपना कार्यालय चलाएंगे.

"सरकार को संबंधित पटवारी से जवाब मांगना चाहिए था": प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार और कर्मचारियों के बीच पत्र व्यवहार होता रहता है. ऐसी कोई रिपोर्ट अगर बनी थी तो उस पर संबंधित पटवारी अपना जवाब दे देते, लेकिन सरकार के इस फैसले से पटवारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

3 घंटे तक चली संगठन की बैठक : इससे पहले यहां पटवारखाने में हरियाणा पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन की 3 घंटे से ज्यादा समय तक बैठक चली. इस बैठक में प्रदेश भर से करीब 150 पटवारियों ने भाग लिया. बंद कमरे में हुई इस बैठक में पटवारियों ने अपनी भविष्य की रणनीति बनाई और उसके सभी पहलुओं पर विचार भी किया. इस बैठक में किसी भी बाहरी व्यक्ति को जाने की इजाजत नहीं दी गई.

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