कोटा: अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में एक बुजुर्ग बाघ की शुक्रवार को मौत हो गई. बाद में उसका पूरे प्रोटोकॉल से पोस्टमार्टम करने के बाद अंतिम संस्कार किया गया. बाघ 18 साल का था. उसे 1 मार्च 2023 को जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से कोटा लाया गया था. सामान्य तौर पर बायोलॉजिकल पार्क या जू में रहने वाले बाघ की उम्र 15 साल होती है, लेकिन ये उससे ज्यादा उम्र तक जीवित रहा है.
उपवन संरक्षक अनुराग भटनागर ने बताया कि बाघ गुरुवार शाम 6:15 बजे डिस्प्ले एरिया में था. यहां उसके पिछले हिस्से का मूवमेंट नहीं हो पा रहा था. बार-बार बाघ गोल घूम कर नीचे गिर रहा था. इस संबंध में पशु चिकित्सा और अन्य अधिकारियों को सूचना मिली थी. ऐसे में वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. विलास राव गुल्हाने पहुंचे और उन्होंने दवाई दी थी, लेकिन स्वास्थ्य में कोई ज्यादा फर्क नहीं आया और सुबह 6:30 बजे बाघ ने अंतिम सांस ली.
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डॉ. विलास राव गुल्हाने ने बताया कि 1 मार्च 2023 को बाघ को कोटा लाया गया था. इसके पोस्टमार्टम में तीन डॉक्टरों की टीम थी. पोस्टमार्टम के साथ ही कुछ सैंपल भी लिए गए हैं, जिन्हें इंडियन वेटरीनरि रिसर्च इंस्टीट्यूट इज्जत नगर भेजा जा रहा है. बाघ को किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी. उसे अचानक से गुरुवार शाम को उठने में तकलीफ होने लगी थी. इसके बाद रात 11:00 बजे हमने उसे टॉनिक भी दिया, लेकिन वह रिकवर नहीं कर पाया. बाद में उसकी डेथ हो गई.
महक को पार्टनर की जरूरत: बाघ 'नाहर' और बाघिन 'महक' का जोड़ा अभेड़ा महल बायोलॉजिकल पार्क में था. ऐसे में अब कोटा में बाघिन महक अकेली रह गई है. लंबे समय तक दोनों साथ रहे हैं, इसलिए महक को अब दूसरे पार्टनर की जरूरत होगी. लंबे समय तक अकेली रहती है तो उसे भी परेशानी हो सकती है.