चंडीगढ़: हरियाणा में छठे चरण के तहत 25 मई को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होगा. अंबाला लोकसभा सीट पर लगभग हर बार की तरह इस बार भी मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच माना जा रहा है. भाजपा से इस बार दिवंगत सांसद रतन लाल कटारिया की धर्मपत्नी बंतो कटारिया चुनावी मैदान में हैं. जबकि कांग्रेस ने इस बार कांग्रेस सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री फूलचंद मुलाना के बेटे एवं मुलाना से मौजूदा विधायक वरुण चौधरी पर दांव खेला है.
भाजपा कांग्रेस में कड़ा मुकाबला! बीते लोकसभा चुनाव-2019 में दिवंगत सांसद रतनलाल कटारिया को कुल 746508 मतों के साथ 57.06 प्रतिशत वोट मिले थे. वहीं कांग्रेस की प्रत्याशी कुमारी शैलजा को कुल 404163 मतों के साथ 30.89 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. लोकसभा चुनाव 2019 में कुल 68.30 प्रतिशत मतदान हुआ था. इस बार कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी बीजेपी को कड़ी टक्कर दे सकते हैं.
अंबाला में कुल 1996168 मतदाता: अंबाला लोकसभा क्षेत्र में कुल 1996168 मतदाता हैं. इनमें पुरुष मतदाता की संख्या 1055929 और महिला मतदाता की संख्या 940163 है. जबकि थर्ड जेंडर मतदाता 76 हैं. अंबाला लोकसभा चुनाव में कुल 19812 बूथ हैं. जबकि संवेदनशील बूथों के संबंध में फैसला लिया जाना फिलहाल शेष है.
अंबाला सीट से कितने उम्मीदवार चुनावी मैदान में? बंतो देवी कटारिया (भाजपा), वरूण चौधरी (कांग्रेस), गुरप्रीत सिंह (इंडियन नेशनल लोकदल), मेहर सिंह चलिया (एकम सनातन भारत दल), पूजा (कांग्रेस), गुलाब सिंह नरवाल पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक), मोहर सिंह इंडिपेंडेंट, नितेश चोपड़ा (भारतीय शक्ति चेतना पार्टी), क्षितिज पूनिया (जेजेपी), किरण पूनिया (जेजेपी), निधी (भाजपा), सूरज कुमार (बहुजन मुक्ति पार्टी), पवन कुमार (बहुजन समाज पार्टी), मामचंद (इंडिपेंडेंट), बलजीत सिंह (भारतीय जवान-किसान पार्टी), राकेश कुमार (हरियाणा जनसेना पार्टी).
अंबाला लोकसभा में 9 विधानसभा सीट: भाजपा से सांसद रहे रतनलाल कटारिया के निधन के बाद से अंबाला लोकसभा सीट खाली है. अंबाला लोकसभा क्षेत्र में कुल 9 विधानसभा सीट आती हैं. यहां अंबाला, पंचकूला और यमुनानगर जिले के 9 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. इनमें कालका, पंचकूला, अंबाला शहर, अंबाला कैंट, नारायणगढ़, मुलाना, साढौरा, जगाधरी और यमुनानगर विधानसभा सीट हैं.'