अंबाला: आम लोगों से लगातार मिल रही शिकायतों के बाद हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज नगर परिषद पहुंचे. नगर परिषद के कार्यों को लेकर अधिकारियों से पूछताछ करने लगे. लेकिन नगर परिषद के अधिकारियों का जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर अनिल विज को गुस्सा आ गया.
क्यों आया गुस्सा: पूर्व गृह मंत्री अनिल विज अचानक नगर परिषद का निरीक्षण करने पहुंच गये. पूर्व गृहमंत्री ने अधिकारियों से पूछा कि विकास कार्यों के लिए जो फंड दिया गया था, उसका क्या हुआ. सैकड़ों विकास कार्यों के लिए फंड दिया गया था जिससे सड़कें, गली, नालियों का निर्माण हो सके. किस विकास कार्य में कितना पैसा खर्च हुआ उसकी जानकारी मांगी. अनिल विज के सवालों का नगर परिषद के अधिकारियों के पास कोई ठोस जवाब नहीं था. अधिकारियों ने सिर्फ एक सूची थमा दी कि ये विकास कार्य हुआ है. अधिकारियों के इस रवैये से अनिल विज को गुस्सा आ गया.
अधिकारियों को अल्टीमेटम: अनिल विज निरीक्षण के दौरान यह जानना चाहते थे कि अलग-अलग विकास कार्यों में कितनी राशि खर्च हुई है ताकि यह पता चल सके कि जो फंड मुहैया कराया गया था उसका सही तरीके से उपयोग हुआ है या नहीं. लेकिन अधिकारियों के पास ऐसी कोई सूची नहीं थी. अधिकारियों ने जो सूची थमायी वो भी आधी अधूरी थी. क्योंकि उसमें उन कार्यों का भी जिक्र था जो अभी लंबित पड़े हैं. ऐसी स्थिति में अनिल विज ने अधिकारियों को अल्टीमटेम देते हुए कहा कि "अगर तीन दिन में उन्हें पूरा रिकॉर्ड ना मिला तो एक बड़ा एक्शन लिया जा सकता है. वो अपने खातों और सूची को सही कर लें, अन्यथा परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें."