अलवर. राजस्थान के अलवर शहर में पानी की कमी के चलते आए दिन सड़क जाम का नजारा सामने आता है. सोमवार को शहर के एरोड्रम रोड पर महिलाओं का एक अलग तरीके का जाम देखने को मिला, जहां क्षेत्र में पानी से परेशान होकर महिलाओं ने घरों से सोफे, बेड, कुर्सी सहित घरों का सामान सड़क पर रख कर रास्ता जाम किया. इस पर जाम से परेशान लोगों ने पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाइश कर जाम खुलवाया.
रोड जाम कर रही महिला रचना कौर ने बताया कि एरोड्रम रोड क्षेत्र में पिछले काफी समय से पानी की समस्या है. पहले गुरुद्वारे की टंकी से पानी का काम चल जाता था, लेकिन अब तो गुरुद्वारे की टंकी में भी पानी खत्म हो चुका है. घर के नलों से पानी नहीं आने के चलते अब हालात यह हो चुके हैं कि घर के बच्चे भी स्कूल नहीं जा पा रहे.
उन्होंने कहा कि हमें पानी की समस्या का निवारण चाहिए, हमें हमारे क्षेत्र के हर घर में पानी चाहिए. महिला ने कहा कि हमें दूर दराज के क्षेत्र से पानी लेकर आना पड़ता है. रोड क्रॉस करते हुए समय यदि कोई भी दुर्घटना घटित होती है, तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. प्रशासन सिर्फ यह देखा है कि कौन से क्षेत्र में क्षेत्रवासी रोड जाम कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने कभी रोड जाम कर रहे लोगों की समस्या नहीं सुनी.
स्थानीय निवासी मोंटी सिंह ने बताया कि 1 साल पहले हमारे यहां पानी की लाइन डाली गई थी और आश्वस्त किया गया था कि पानी की आपूर्ति की जाएगी. लेकिन पिछले 1 साल से भी ज्यादा समय से क्षेत्र की महिलाएं घर से दूर जाकर टंकियों से पानी लेकर आती हैं, तब जाकर घर का काम चलता है. उन्होंने कहा कि जिस टंकी से महिलाएं पानी लेकर आती हैं, उस टंकी के पानी से करीब 50 से 60 घरों में पानी की कमी को पूरा किया जाता है. स्थानीय निवासी ने कहा कि करीब 10 से ज्यादा महिलाएं पानी लाने के चलते गर्मी में चक्कर खाकर सड़क पर गिर चुकी हैं, फिर भी जलदाय विभाग नहीं चेता. उन्होंने कहा कि इस तरह की समस्या आने के बाद रोड जाम करने का निर्णय लिया गया. पानी के चलते मरना है तो सड़क पर ही मरेंगे.
स्थानीय निवासी मोंटी सिंह ने कहा कि अधिकारियों की ओर से दो दिन में पानी आने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन वह भी झूठा साबित हुआ. यह बात बीते एक हफ्ते पहले की है, लेकिन अभी तक अधिकारियों की ओर से इस क्षेत्र की सुध नहीं दी गई. अब क्षेत्रवासियों की समस्या का जल्द निवारण हो, तब जाके लोगों को राहत मिले.