अलवर. राजस्थान में अलवर जिले के थानागाजी क्षेत्र के क्यारा गांव में कई मोरों की मौत की सूचना से हड़कंप मच गया. सूचना पर मौके पर वन विभाग टीम, सरिस्का टीम व पुलिस मौके पर पहुंची. क्यारा गांव में मीन भगवान मंदिर परिसर में 8 मोर मृत मिले, साथ ही तीन मोर अचेत अवस्था में मिले, जिन्हें पशु चिकित्सालय थानागाजी में उपचार के लिए भेजा गया. इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश हैं.
मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय वन अधिकारी जितेंद्र कुमार सेन ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंच कर मौका मुआयना किया, जहां गांव के मीन मंदिर के पास 5 घायल व 6 मृत मोर मिले. घायल मोरों को थानागाजी के राजकीय पशु चिकित्सालय पहुंचाया गया, जहां उपचार के दौरान दो मोर की मौत हो गई. सभी मृत मोरों का पोस्टमार्टम कराकर सैंपल ले लिया और नियम अनुसार रेंज परिसर में दाह-संस्कार किया गया.
क्षेत्रीय वन अधिकारी ने बताया कि मोर की मौत का अभी स्पष्ट कारण पता नहीं लग पाया है. ग्रामीणों के अनुसार जहरीला दाने खाने से मोरों की मौत होने की संभावना जताई जा रही है. वन विभाग की टीम मौके पर तलाशी कर रही है कि यह संख्या और अधिक ना हो. वन विभाग की टीम सभी पहलुओं पर जांच कर रही है.
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गांव के ग्रामीणों ने कहा कि जब वे सोमवार सुबह मंदिर परिसर में आए तो उन्होंने देखा कि मोर अचेत अवस्था में पड़े हैं. जिसके बाद सूचना वन विभाग व पुलिस को दी गई. मृत मोरों के आसपास चुग भी बिखरा पड़ा है, साथ ही मोरों को जाल में फंसने के लिए बनाया गया लकड़ी का पिंजरा भी पाया गया. वन विभाग में पुलिस की टीम इन पहलुओं पर गौर से जांच कर रही है.
इस सूचना पर क्यारा गांव पहुंचे सामाजिक संगठन संस्थान के सचिव डूंगर सिंह ने कहा कि अज्ञात लोगों पर जहरीला चुग्गा डालने की शिकायत दी जाएगी, जिससे कि भविष्य में ऐसी घटना राष्ट्रीय पक्षी के साथ या अन्य किसी वन्यजीव के साथ ना हो.