दुर्ग : भिलाई नगर निगम में सफाई और कचरा के निपटान को लेकर स्वास्थ्य अधिकारी पर करोड़ों के घोटाले का आरोप लगा है. इस आरोप के बाद नगरीय प्रशासन व विकास विभाग के अपर संचालक ने भिलाई नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. साथ ही 7 दिनों के भीतर इन आरोपों पर जवाब मांगा है.
करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार के आरोप : नगर निगम भिलाई के सभी जोन में सफाई के कार्य के लिए नागपुर की फर्म मेसर्स अर्बन इनवायरो वेस्ट मैनेजमेंट लिमिटेड को ठेका दिया गया था. यह ठेका 36 करोड़ 54 लाख 98 हजार 580 रुपए में दिया गया था. शिकायत में लिखा गया है कि कंपनी ने कांग्रेस शासन काल में निगम अधिकारियों और पदाधिकारियों से मिलकर नियम कायदों का उल्लंघन किया. साफ-सफाई पर ध्यान ना देकर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया.
"20 जनवरी 2024 को उन्होंने नगरीय प्रशासन मंत्री छत्तीसगढ़ शासन से शिकायत की थी. शिकायत में आरोप लगाया था कि नगर निगम भिलाई में सफाई के नाम पर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार हुआ है. इसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए." - भोजराज सिन्हा, शिकायतकर्ता और नेता प्रतिपक्ष, भिलाई नगर निगम
क्या है आरोप? : इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद नगरीय प्रशासन मंत्री ने इसकी जांच के आदेश दिए. अपर संचालक, संचालनालय, नगरीय प्रशासन व विकास, रायपुर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इसकी समीक्षा के दौरान इन मुद्दों को उठाया. उन्होंने बताया कि उन्होंने भिलाई निगम में निरीक्षण के दौरान पाया कि वहां सेग्रीगेटेड डोर टू डोर कलेक्शन का अभाव है. एसएलआरएम सेंटरों में वेस्ट प्रोसेसिंग का अभाव है. वहां वेस्ट डंपिंग की जानकारी मिली है.
"संचालनालय के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक की गई थी. डोर टू डोर कचरा कलेक्शन को लेकर केवल भिलाई ही नहीं अन्य जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों को भी कारण बताओ नोटिस का आदेश जारी हुआ है. स्वास्थ्य अधिकारी जल्द इस नोटिस का जवाब दे देंगे." - शरद दुबे, जनसंपर्क अधिकारी, भिलाई नगर निगम
नगरीय प्रशासन ने नगर निगम भिलाई के स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा के नाम पर 26 अप्रैल 2024 को नोटिस जारी किया गया था. नोटिस में साफ तौर पर लिखा गया था कि यदि 7 दिन के अंदर नोटिस का उचित जवाब नहीं मिला, तो वो ये समझेंगे कि अपने बचाव में आपको कुछ नहीं कहना है. जिसके बाद आपके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.