अलीराजपुर. मन में अगर चाह है तो आप अपने घर में ही देवी-देवताओं को बुला सकते हैं, दिल में अगर श्रद्धा हो तो घर को भी मंदिर बना सकते हैं. इन बातों को अलीराजपुर जिले के एक सख्स मुकाम मंडलोई ने साकार किया है. जी हां, जोबट क्षेत्र के मुकाम मंडलोई ने मां चामुंडा की प्रेरणा से अपने ही घर के आंगन में मंदिर की स्थापना करा दी है. जबकि जिस भक्त ने इस मंदिर का निर्माण कराया है खुद उसका घर मिट्टी का बना हुआ है और रहने के लिए सही जगह नहीं है, लेकिन उसने अपनी लंबी तपस्या के बाद इस मंदिर का निर्माण कराया है. मां चामुण्डा के भक्त मुकाम के द्वारा बनवाए मंदिर में अब न सिर्फ गांव के बल्कि अन्य जिलों के लोग भी पहुंच रहे हैं.
सपने में आई थीं चामुंडा माता
माता के भक्त का मकान जर्जर हो चुका है, जो कभी भी बारिश में गिर सकता है. अपना मकान नहीं बनवा कर इस भक्त ने पहले माता के मन्दिर का निर्माण करवाया. इस बारे में भक्त मुकाम मंडलोई ने कहा, ' मां चामुंडा सपने में आई थीं, उन्होंने कहा मेरा मंदिर निर्माण कर.' इसके बाद से भक्त मुकाम ने अपनी खेती से होने वाली आय और अन्य साधनों से होने वाली कमाई इस मंदिर में लगाकर माता रानी के भव्य मंदिर का निर्माण कराया.
आर्थिक स्थिति खराब पर दिल बड़ा है
एक ग्रामीण ने कहा, ' मुकाम की आर्थिक स्थिति अन्य लोगों की तुलना में काफी खराब है जो कि उसके घर देखने से पता चलती है. हम अपने जन्म से देखते आ रहे हैं कि हमारे मोहल्ले में सबसे गरीब मुकाम मंडलोई है. माता जी की इनको कुछ शक्तियां आती थी और मंदिर बनवाने के लिए कहती थीं. इन्होंने खुद का घर नहीं बनाया और इस मंदिर निर्माण के लिए पिछले 15 महीने से लगे हुए हैं. मुकाम ने मंदिर बनवाने के लिए लोगों से ब्याज के पैसे भी लिए हैं. साथ ही कुछ लोगों ने दान देकर सहयोग भी किया है.'
ग्रामीणों ने रास्ते के लिए दी जमीन
वहीं भक्त मुकाम की भक्ति को देखकर अब मंदिर तक पहुंचने के लिए ग्रामीणों ने अपने खेतों से रास्ता देकर अपनी आस्था प्रकट की है. माता रानी के इस मंदिर में बड़ी मात्रा में श्रद्धालु अब दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं.