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जलोड़ी सुरंग की अलाइनमेंट को मिली स्वीकृति, इतने किलोमीटर होगी लंबाई - JALORI TUNNEL

जलोड़ी सुरंग की अलाइनमेंट को अब मंजूरी मिल गई है. भरगील खड्ड से सोझा कैंची तक जलोड़ी सुरंग 4.160 किलोमीटर लंबी होगी.

जलोड़ी सुरंग की अलाइनमेंट को मिली मंजूरी
जलोड़ी सुरंग की अलाइनमेंट को मिली मंजूरी (फाइल फोटो)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Dec 29, 2024, 12:24 PM IST

कुल्लू: जिले के लोग लंबे समय से जलोड़ी सुरंग की अलाइनमेंट की मंजूरी का इंतजार कर रहे थे. अब सुरंग निर्माण का कार्य शुरू होने की उम्मीद जगी है. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने अब जलोड़ी सुरंग की अलाइनमेंट को मंजूरी दे दी है. यह सुरंग औट-लुहरी-सैंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर समुद्रतल से 10,280 फीट ऊंचे जलोड़ी दर्रे के नीचे बनेगी. भरगील खड्ड से सोझा कैंची तक जलोड़ी सुरंग 4.160 किलोमीटर लंबी होगी.

हाल ही में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात के दौरान जलोड़ी सुरंग का मामला उठाया था. अलाइनमेंट के लिए सभी प्रस्तावों और पहलुओं पर चर्चा के बाद केंद्रीय मंत्रालय ने इसे अंतिम रूप दिया है. इसमें सभी हितधारकों और सरयोलसर झील का विशेष ध्यान रखा गया है. सुरंग के निर्माण के लिए आनी की ओर से 2.124 किलोमीटर, जबकि बंजार की ओर से 5.476 किलोमीटर मार्ग औट-लुहरी राष्ट्रीय राजमार्ग से बनाया जाएगा.

जलोड़ी टनल की अलाइनमेंट को मिली मंजूरी
जलोड़ी टनल की अलाइनमेंट को मिली मंजूरी (ETV BHARAT)

सुरंग बनने से कई किलोमीटर की दूरी होगी कम

समुद्रतल से 10.280 फीट की ऊंचाई पर स्थित जलोड़ी दर्रे के नीचे सुरंग बनेगी और इसके बनने से खनाग से घीयागी तक आठ किलोमीटर की दूरी कम होगी. सुरंग के बनने से हर मौसम में वाहनों की आवाजाही होगी और बाहरी सिराज की 71 पंचायतों के लोगों का जिला मुख्यालय से सालभर संपर्क बना रहेगा. सर्दियों में जलोड़ी दर्रे पर हिमपात होने से बाहरी सिराज का संपर्क जिला मुख्यालय कुल्लू से कट जाता है. बर्फबारी के कारण भी औट-लुहरी सैंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही बाधित होती है. लोगों को जिला मुख्यालय कुल्लू जाने के लिए वाया करसोग-मंडी होकर 171 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर करना पड़ता है. बाहरी सिराज के लोगों को वाया जलोड़ी दर्रा कुल्लू पहुंचने के लिए 97 किलोमीटर व वाया करसोग-मंडी होकर कुल्लू पहुंचने के लिए 268 किलोमीटर का सफर करना पड़ता है.

भूमि अधिग्रहण का कार्य होगा शुरू

एनएचएआई के अधिशासी अभियंता केएल सुमन ने बताया कि, 'जलोड़ी सुरंग की अलाइनमेंट को स्वीकृति मिल गई है. अब अंतिम डीपीआर और भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू किया जाएगा. इसके बाद जल्द जलोड़ी सुरंग का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. जलोड़ी सुरंग की विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पर 17.32 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसके लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने अल्टीनाक कंपनी को टेंडर दिया है. कंपनी जल्द डीपीआर बनाने का कार्य करेगी.'

ये भी पढ़ें: जलोड़ी जोत टनल पर खर्च होंगे इतने करोड़, 4.2 किमी होगी लंबाई

कुल्लू: जिले के लोग लंबे समय से जलोड़ी सुरंग की अलाइनमेंट की मंजूरी का इंतजार कर रहे थे. अब सुरंग निर्माण का कार्य शुरू होने की उम्मीद जगी है. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने अब जलोड़ी सुरंग की अलाइनमेंट को मंजूरी दे दी है. यह सुरंग औट-लुहरी-सैंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर समुद्रतल से 10,280 फीट ऊंचे जलोड़ी दर्रे के नीचे बनेगी. भरगील खड्ड से सोझा कैंची तक जलोड़ी सुरंग 4.160 किलोमीटर लंबी होगी.

हाल ही में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात के दौरान जलोड़ी सुरंग का मामला उठाया था. अलाइनमेंट के लिए सभी प्रस्तावों और पहलुओं पर चर्चा के बाद केंद्रीय मंत्रालय ने इसे अंतिम रूप दिया है. इसमें सभी हितधारकों और सरयोलसर झील का विशेष ध्यान रखा गया है. सुरंग के निर्माण के लिए आनी की ओर से 2.124 किलोमीटर, जबकि बंजार की ओर से 5.476 किलोमीटर मार्ग औट-लुहरी राष्ट्रीय राजमार्ग से बनाया जाएगा.

जलोड़ी टनल की अलाइनमेंट को मिली मंजूरी
जलोड़ी टनल की अलाइनमेंट को मिली मंजूरी (ETV BHARAT)

सुरंग बनने से कई किलोमीटर की दूरी होगी कम

समुद्रतल से 10.280 फीट की ऊंचाई पर स्थित जलोड़ी दर्रे के नीचे सुरंग बनेगी और इसके बनने से खनाग से घीयागी तक आठ किलोमीटर की दूरी कम होगी. सुरंग के बनने से हर मौसम में वाहनों की आवाजाही होगी और बाहरी सिराज की 71 पंचायतों के लोगों का जिला मुख्यालय से सालभर संपर्क बना रहेगा. सर्दियों में जलोड़ी दर्रे पर हिमपात होने से बाहरी सिराज का संपर्क जिला मुख्यालय कुल्लू से कट जाता है. बर्फबारी के कारण भी औट-लुहरी सैंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही बाधित होती है. लोगों को जिला मुख्यालय कुल्लू जाने के लिए वाया करसोग-मंडी होकर 171 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर करना पड़ता है. बाहरी सिराज के लोगों को वाया जलोड़ी दर्रा कुल्लू पहुंचने के लिए 97 किलोमीटर व वाया करसोग-मंडी होकर कुल्लू पहुंचने के लिए 268 किलोमीटर का सफर करना पड़ता है.

भूमि अधिग्रहण का कार्य होगा शुरू

एनएचएआई के अधिशासी अभियंता केएल सुमन ने बताया कि, 'जलोड़ी सुरंग की अलाइनमेंट को स्वीकृति मिल गई है. अब अंतिम डीपीआर और भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू किया जाएगा. इसके बाद जल्द जलोड़ी सुरंग का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. जलोड़ी सुरंग की विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पर 17.32 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसके लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने अल्टीनाक कंपनी को टेंडर दिया है. कंपनी जल्द डीपीआर बनाने का कार्य करेगी.'

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