हरिद्वारः यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को होटल, ढाबों, रेस्टोरेंट और खाने-पीने की दुकानों की जांच करने, इसके अलावा प्रतिष्ठानों के संचालक, मैनेजर और कर्मचारियों के नाम डिस्प्ले कराने के निर्देश दिए हैं. सीएम योगी ने इन प्रतिष्ठानों में सीसीटीवी कैमरा लगाना अनिवार्य करने के निर्देश दिए हैं. वहीं यूपी सीएम योगी के इन आदेशों का अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने स्वागत किया है. साथ ही अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी इसी तरह के आदेश जारी करने और मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी का कहना है कि खान-पान की वस्तुओं में मिलावट करना और गंदगी मिलाना वीभत्स है. रोड किनारे होटल, ढाबे, रेस्टोरेंट में किसी प्रकार की अशुद्धि न हो, इसलिए पदार्थों की एक लिस्ट लगी होनी चाहिए. गुणवत्ता का प्रावधान हो और जो लोग भोजन बनाते हैं या परोसते हैं, उनसे स्वच्छता का विशेष ध्यान रखवाया जाए. शुद्ध खाद्य पदार्थों का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है. जो लोग मिलावट कर रहे हैं, उनके प्रति कठोरतम दंड होना चाहिए. उनके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद इस आदेश का स्वागत करता है. मिलावट खोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. इस प्रकार के कृत्यों से जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचती है. रवींद्र पुरी ने कहा कि, 'मैं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आग्रह करता हूं कि इस प्रकार का आदेश अधिकारियों के माध्यम से जिला प्रशासन को भी दिया जाए.
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