चतरा: आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो एकदिवसीय दौरे पर जिले के टंडवा प्रखंड पहुंचे. इस दौरान उन्होंने किशनपुर मेलाटांड में आयोजित पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में शिरकत की. इससे पूर्व कार्यकर्ता उन्हें बाइक रैली और जिन्दाबाद के नारों के साथ सभास्थल लेकर पहुंचे, जहां पर पारंपरिक नृत्यों के साथ उनका स्वागत किया गया. इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए सुदेश महतो ने कहा कि आज के समय में झारखंड के लिए खनिज संपदा वरदान के बदले अभिशाप साबित हो रही है. इसी का नतीजा है कि टंडवा जैसे औद्योगिक नगरी के रूप में चर्चित जगह के डेढ़ लाख परिवार अपने हक अधिकार के लिए कागज लेकर कार्यालयों का चक्कर काट रहे हैं.
उन्होंने कहा कि परियोजनाओं के आने से क्षेत्र का नाम और परिचय बदल रहा है. परियोजनाओं का नामकरण उसी क्षेत्र के नाम पर करने की वकालत उन्होंने की. कहा- अपने हक कर अधिकार को पाने के लिए लोगों को एक मंच पर आना होगा. थोड़े से लोभ-लालच के चक्कर में लोग टुकड़ों-टुकड़ों में बंट जाते हैं, जिसका फायदा कॉर्पोरेट कंपनियां उठा रही हैं. उन्होंने कहा कि हमारे यहां बिजली गुल है और यहां की बिजली से दूसरे प्रदेश के लोग रोशन हो रहे हैं. कहा कि हम हक अधिकार की लड़ाई लड़ते हैं. झारखंड में जमीन व विस्थापन एक बहुत बड़ा विषय है पर आज तक स्थानीय जमीन नियोजन नीति पर कुछ काम नहीं हुआ. उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को कमरे से बाहर निकलकर गांव के चौपाल में बैठने की हिम्मत जुटाने की बात कही.
आज देश में खान संपदाओं से 42 प्रतिशत राजस्व झारखंड से मिल रहा है, इसके बावजूद झारखंड के मूलवासी बदहाली और मूल समस्याओं के दौर से गुजर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में 600 रेलवे स्टेशन सिर्फ कोयला ढुलाई को लेकर कार्य कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने राज्य के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता पर भी जमकर हमला बोला. वर्तमान की सरकार पर उन्होंने हमला बोलते हुए कहा कि कोयला, बालू और लोहा के बाद अब सरकार युवाओं के भविष्य कहे जाने वाले नौकरी को बेचने में लगी है.
इस मौके पर सिमरिया विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व विधायक गणेश गंझू ने आजसू का दामन थामा. आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने पार्टी का पट्टा और माला पहनकर उनका स्वागत किया. इस दौरान गणेश गंझू के साथ-साथ पूर्व डीआईजी संजय रंजन ने भी पार्टी का दामन थामा. जिनका भी स्वागत किया गया. इस मौके पर गणेश गंझू ने कहा कि कुछ लोगों ने मुझे गिराने का काम किया, जिसे सुदेश महतो के द्वारा संभालने का काम किया गया. उन्होंने कहा कि मैं शपथ लेता हूं कि अब जब तक रहूंगा, आजसू पार्टी का ही होकर रहूंगा. कहा कि 2014 से लेकर 2019 तक इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया, जहां जनता के हर सुख-दुख में भागीदारी निभाई. अपने कार्यकाल के दौरान सड़क दुर्घटना के मृतक को ग्यारह लाख तक रूपये तक मुआवजा दिलाने का काम किया, जो अब लागू नहीं है. पुनः आजसू पार्टी के बैनर तले आम लोगों के लिए आवाज उठाने का काम करूंगा.
इस दौरान सुदेश महतो ने कहा कि कुछ दिनों पहले मुझे आपने एक साथी पर विश्वास था कि नया लड़का है बेहतर कार्य करेगा, लेकिन वह एमपी और एमएलए बनने की लाइन में खड़ा हो गया. उन्होंने कहा कि राज्य के 81 विधानसभा में एमपी एमएलए बनते रहेंगे, लेकिन मानवीय मूल्यों के साथ खड़ा होना सबसे बड़ी जवाबदेही होती है. मुझे लगा था कि सरकारी पार्टी में शामिल होगा तो यहां की मूल समस्याओं का हल होगा, लेकिन समस्याओं का कोई हल नहीं हुआ. यहां के लोग रोज अपनी समस्याओं को लेकर चिट्ठी लिख रहे हैं. उन्होंने मनोज चंद्रा पर तंज कसते हुए कहा कि हमने यहां के लोगों की लड़ाई को लड़ने के लिए लोगों को संगठित करना शुरू ही किया था कि लड़ाई को समाप्त करके एमपी एमएलए की लड़ाई में लग गये. उन्होंने कहा कि साथ छोड़ने से हमारी मूलवासियों की लड़ाई समाप्त नहीं होगी, हम फिर से और मजबूती से मूलवासियों की लड़ाई लड़ना शुरू करेंगे.
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