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NEET 2024 घोटाला एक नमूना मात्र है, असल बीमारी NTA है: जेएनयूएसयू अध्यक्ष - NEET Result 2024 Controversy - NEET RESULT 2024 CONTROVERSY

NEET RESULT 2024: आइसा ने नीट परीक्षा फिर से आयोजित करने की मांग को लेकर 19-20 जून को अखिल भारतीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है.

नीट 2024 घोटाला एक नमूना मात्र है,  जेएनयूएसयू अध्यक्ष
नीट 2024 घोटाला एक नमूना मात्र है, जेएनयूएसयू अध्यक्ष (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jun 15, 2024, 7:10 PM IST

नई दिल्ली: NEET परीक्षा में हुई कथित धांधली को लेकर छात्रों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. छात्रों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है. अब ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने नीट आवेदकों और उनके अभिभावकों के साथ प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया.

प्रेस कॉन्फ्रेंस को आइसा महासचिव कॉमरेड प्रसेनजीत कुमार, दिल्ली राज्य सचिव कॉमरेड नेहा और जेएनयूएसयू अध्यक्ष कॉमरेड धनंजय समेत अन्य छात्र नेताओं ने संबोधित किया. इस दौरान आइसा दिल्ली राज्य सचिव कॉमरेड नेहा ने कहा कि शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान इस मामले पर चुप क्यों हैं? हम छात्रों और अभिभावकों की शिकायतों के साथ उनके कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं.

जेएनयूएसयू अध्यक्ष धनंजय ने कहा कि एनटीए के कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार की कहानी कोई नई बात नहीं है. देश भर के छात्रों को एहसास हो गया है कि नीट 2024 में जो हुआ वह एक नमूना मात्र है. असली बीमारी एनटीए है. एनटीए ने भ्रष्टाचार को संस्थाबद्ध कर दिया है.

आइसा के राष्ट्रीय महासचिव प्रसेनजीत ने कहा कि हम परीक्षा में विसंगतियों के खिलाफ छात्रों का बड़े पैमाने पर आक्रोश देख रहे हैं. आइसा इस आंदोलन में पूरी तरह शामिल है. आने वाले 19 व 20 जून को देश भर में छात्र नीट 2024 को फिर से आयोजित करने, घोटाले की उच्च स्तरीय जांच की मांग तथा एनटीए को खत्म करने की मांगों को लेकर सड़क पर उतरेंगे.

नीट अभ्यर्थी हर्ष के भाई रॉबिन ने कहा कि यह इतना बेतुका है कि जो एनटीए चेयरमैन एनटीए की भारी विफलता की जिम्मेदारी लेता है. वही, अब इसकी जांच का अध्यक्ष बन बैठा है. नीट 2024 घोटाले में स्वतंत्र उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. नीट घोटाले के पीड़ित मानस ने कहा कि यह बिल्कुल शर्मनाक है. पेपर लीक के खिलाफ दर्ज एफआईआर पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई? परिणाम 10 दिन पहले क्यों घोषित किया गया?.

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नई दिल्ली: NEET परीक्षा में हुई कथित धांधली को लेकर छात्रों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. छात्रों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है. अब ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने नीट आवेदकों और उनके अभिभावकों के साथ प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया.

प्रेस कॉन्फ्रेंस को आइसा महासचिव कॉमरेड प्रसेनजीत कुमार, दिल्ली राज्य सचिव कॉमरेड नेहा और जेएनयूएसयू अध्यक्ष कॉमरेड धनंजय समेत अन्य छात्र नेताओं ने संबोधित किया. इस दौरान आइसा दिल्ली राज्य सचिव कॉमरेड नेहा ने कहा कि शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान इस मामले पर चुप क्यों हैं? हम छात्रों और अभिभावकों की शिकायतों के साथ उनके कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं.

जेएनयूएसयू अध्यक्ष धनंजय ने कहा कि एनटीए के कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार की कहानी कोई नई बात नहीं है. देश भर के छात्रों को एहसास हो गया है कि नीट 2024 में जो हुआ वह एक नमूना मात्र है. असली बीमारी एनटीए है. एनटीए ने भ्रष्टाचार को संस्थाबद्ध कर दिया है.

आइसा के राष्ट्रीय महासचिव प्रसेनजीत ने कहा कि हम परीक्षा में विसंगतियों के खिलाफ छात्रों का बड़े पैमाने पर आक्रोश देख रहे हैं. आइसा इस आंदोलन में पूरी तरह शामिल है. आने वाले 19 व 20 जून को देश भर में छात्र नीट 2024 को फिर से आयोजित करने, घोटाले की उच्च स्तरीय जांच की मांग तथा एनटीए को खत्म करने की मांगों को लेकर सड़क पर उतरेंगे.

नीट अभ्यर्थी हर्ष के भाई रॉबिन ने कहा कि यह इतना बेतुका है कि जो एनटीए चेयरमैन एनटीए की भारी विफलता की जिम्मेदारी लेता है. वही, अब इसकी जांच का अध्यक्ष बन बैठा है. नीट 2024 घोटाले में स्वतंत्र उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. नीट घोटाले के पीड़ित मानस ने कहा कि यह बिल्कुल शर्मनाक है. पेपर लीक के खिलाफ दर्ज एफआईआर पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई? परिणाम 10 दिन पहले क्यों घोषित किया गया?.

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