किशनगंज: किशनगंज लोकसभा सीट पर प्रचार अभियान जोर पकड़ लिया है. 26 अप्रैल को दूसरे चरण में इस सीट पर मतदान होना है. एआईएमआईएम ने इस बार जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. गौरतलब हो कि 2019 के चुनाव में एआईएमआईएम पार्टी के उम्मीदवार अख्तरुल ईमान तीसरे नंबर पर रहे थे. इस बार पार्टी हर हालत में चुनाव जीतना चाहती है, इसलिए पार्टी ने उलेमाओ के साथ साथ अब ब्राम्हण जाति से आने वाले यूपी के मनमोहन झा को भी प्रचार अभियान में उतारा है.
भाजपा और राजद पर साधा निशाना: रविवार को बहादुरगंज में आयोजित असदुद्दीन ओवैसी की सभा में मनमोहन झा खूब गरजे. उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को खूनी सरकार करार देते हुए कहा कि भाजपा लाशों पर राजनीति करती है. मनमोहन झा ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा की राजद ने सिर्फ अपना और अपने परिवार का विकास किया है. बीते तीस वर्षों से हमें दिल्ली से आगे जाने पर बिहारी कहने पर शर्मिंदगी महसूस होती है. उन्होंने कहा कि वर्तमान सांसद के मुंह पर टेप बंधा हुआ है. उन्हें किशनगंज के आवाम की परेशानियों से कोई वास्ता नहीं है.
"भाजपा सरकार असल में खूनी सरकार है, जो सिर्फ जात पात के नाम पर राजनीति कर आम जनता को गुमराह करने का कार्य कर रही है. राजनीति करने वालों की जाति नहीं होती."- मदन मोहन झा, महानगर अध्यक्ष, गाजियाबाद, एआईएमआईएम
कौन हैं मनमोहन झाः मनमोहन झा मूलतः बिहार के रहने वाले हैं. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में रह रहे हैं. यहां एआईएमआईएम उम्मीदवार अख्तरुल ईमान के प्रचार के लिए पहुंचे हैं. मनमोहन झा गाजियाबाद में एआईएमआईएम के महानगर अध्यक्ष हैं. एआईएमआईएम की टिकट पर 2022 में विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं. मनमोहन झा पेशे से ट्रांसपोर्टर हैं. एआईएमआईएम ने यूपी में उन्हें स्टार प्रचारक बनाया है. गजियाबाद में वो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को काला झंडा दिखा चुके हैं, जिसकी वजह से उन्हें 2017 में जेल भेजा गया था.
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