नई दिल्ली: दिल्ली एम्स में आने वाले मरीज और उनके तीमारदारों के लिए जल्दी ही एम्स के आसपास के मेट्रो स्टेशन और बस स्टॉप से एम्स तक पहुंचाने के लिए जल्दी ही इलेक्ट्रिक बस की सुविधा मिलेगी. एम्स के द्वारा जल्दी ही 20 सीटर एसी बस की सुविधा मरीज और उनके तीमारदानों के लिए शुरू की जाएगी, जिससे कि उन्हें एम्स तक पहुंचने के लिए महंगे ऑटो, ई रिक्शा और रिक्शा से निजात दिलाई जा सके.
एम्स मीडिया सेल की इंचार्ज प्रोफेसर रीमा दादा ने बताया कि यह पहल हमारे निदेशक प्रोफेसर डॉक्टर एम श्रीनिवास द्वारा एम्स में इलाज के लिए देश के अलग-अलग कोने से आने वाले मरीज और उनके तीमारदारों को मेट्रो स्टेशन और बस स्टॉप से एम्स आने में होने वाली परेशानियों को देखते हुए की गई है. ऐसी बस की सुविधा शुरू होने के बाद मरीज और उनके तीमारदारों को कम किराए में मेट्रो स्टेशन और बस स्टॉप से ही एम्स के अंदर तक इलेक्ट्रिक एसी बस की सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे कि यहां तक पहुंचने में उनके समय और पैसे की भी बचत होगी.
इन मेट्रो स्टेशन और बस स्टॉप से मिलेगी बसः उन्होंने बताया कि ऐसी बस की सुविधा एम्स के नजदीकी मेट्रो स्टेशन लाजपत नगर, साउथ एक्स, ग्रीन पार्क आदि मेट्रो स्टेशनों से शुरू की जाएगी. इसके अलावा नजदीकी बस स्टॉप किदवई नगर, गौतम नगर और भीकाजी कामा प्लेस सहित अन्य कई बस स्टॉप से यह सुविधा मिलेगी. उन्होंने बताया कि एम्स के निदेशक प्रो. एम. श्रीनिवास के नेतृत्व में तैयार की गई यह एक समग्र योजना सार्वजनिक परिवहन द्वारा संस्थान के भीतर आंतरिक स्थलों तक कनेक्टिविटी को सुलभ बनाएगी. ये 20 सीटर ई बसें आधुनिक सुविधाओं जैसे एयर-कंडीशनिंग, लो फ्लोर और व्हीलचेयर एक्सेस के साथ उपलब्ध होंगी.
अभी आस-पास के मेट्रो स्टेशनों और बस स्टॉप से एम्स के विशाल परिसर के भीतर विभिन्न सुविधाओं तक आने-जाने में मरीजों और उनके तीमारदारों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. इस सुविधा को लेकर एम्स के निदेशक प्रो. एम. श्रीनिवास ने कहा कि हम एम्स नई दिल्ली में रोगी अनुभव को हर दिन बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. यह पहल न केवल हमारे रोगियों की परिवहन संबंधी समस्याओं को हल करेगी बल्कि परिसर के भीतर एक विश्वसनीय और सुविधाजनक सवारी भी प्रदान करेगी.
ई-बस सेवा की मुख्य विशेषताएं
- बेहतर कनेक्टिविटी और सेवाओं से मरीजों को निजी परिवहन का उपयोग करने की आवश्यकता समाप्त होगी.
- इससे लोग निजी वाहनों का उपयोग कम करेंगे तो वाहनों से होने वाले प्रदूषण में कुछ कमी आएगी.
- नियमित सेवा पीक ऑवर्स (सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक) के दौरान हर 10 और 15 मिनट में उपलब्ध होगी.
- मरीजों की सुविधा के लिए शेल्टर की जानकारी देने के लिए कॉल बटन की सुविधा भी होगी.
- बेहतर सुरक्षा और लाइव मॉनिटरिंग के लिए सीसीटीवी कैमरे और जीपीएस ट्रैकिंग.
- रियल-टाइम बस ट्रैकिंग और सेवा फीडबैक के लिए मरीज ऐप.
- लेनदेन की आसानी और पारदर्शिता के लिए यूपीआई/एम्स स्मार्ट कार्ड के माध्यम से किराया संग्रह है.
- सभी वैधानिक अनुपालनों की एक पूरी सूची बस में उपलब्ध कराई जाएगी, जिनका उल्लंघन करने पर भारी जुर्माना लगाने का भी प्रावधान
- यातायात की भीड़भाड़ को कम करना, ध्वनि प्रदूषण को कम करना.
अस्पताल में बनेगा एयरपोर्ट जैसा वेटिंग लाउंज
एम्स प्रशासन आने वाले मरीजों के लिए 24 घंटे सैंपल कलेक्शन और एमआरआई, सीटी स्कैन और एक्स रे की सुविधा देने की तैयारी कर रहा है. अगले महीने से ये सुविधाएं शुरू होने की संभावना है. एम्स मीडिया सेल की प्रभारी प्रोफेसर रीमा दादा के अनुसार एम्स में जल्दी ही 24 घंटे सैंपल कलेक्शन और रेडियोलॉजी सेवाओं में एमआरआई, सीटी स्कैन और एक्स रे सहित अन्य सुविधाएं भी शुरू करने की तैयारी है. इससे दूर से आने वाले मरीजों को असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा. उन्हें सैंपल देने के लिए और एमआरआई, सीटी स्कैन और एक्स रे के लिए बार-बार अस्पताल के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.
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