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AICTE ने लॉन्च किया द इन्वेंटर्स चैलेंज प्रतियोगिता का तीसरा संस्करण, जानें कैसे करें प्रतिभाग - द इन्वेंटर्स चैलेंज प्रतियोगिता

AICTE ने द इन्वेंटर्स चैलेंज प्रतियोगिता का तीसरा संस्करण मंगलवार को लॉन्च किया. यह प्रतियोगिता देश में सेमीकंडक्टर टैलेंट पूल को विकसित करने और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने में मदद करने के मिशन के साथ आयोजित की जा रही है.

द इन्वेंटर्स चैलेंज प्रतियोगिता
द इन्वेंटर्स चैलेंज प्रतियोगिता
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Mar 5, 2024, 8:24 PM IST

Updated : Mar 5, 2024, 9:57 PM IST

नई दिल्ली: अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने मंगलवार को 'द इन्वेंटर्स चैलेंज-2024' लॉन्च किया. यह इस प्रतियोगिता का तीसरा संस्करण है. इसका आयोजन आर्म एजुकेशन और एसटी माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स के सहयोग से किया जाता है. सेमीकंडक्टर और प्रौद्योगिकी नवाचार में संकाय और छात्रों की क्षमताओं को और अधिक विकसित करने के लिए द इन्वेंटर्स चैलेंज का तीसरा संस्करण लॉन्च किया गया है.

यह प्रतियोगिता देश में सेमीकंडक्टर टैलेंट पूल को विकसित करने और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने में मदद करने के मिशन के साथ आयोजित की जा रही है. इसमें देश भर के एआईसीटीई अप्रूव्ड संस्थानों के वो छात्र और संकाय सदस्य भाग ले सकते हैं, जिनके पास सेमीकंडक्टर उद्योग पर आधारित विविध प्रकार के दृष्टिकोण और विचारों को प्रोत्साहित करने वाले आइडिया हैं. यह टीम आधारित प्रतियोगिता है, जिसमें एक टीम में एक संकाय सदस्य और अधिकतम चार छात्र शामिल हो सकते हैं.

टीम को स्थिरता (सस्टेनेबिलिटी), स्मार्ट मोबिलिटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर अपने विचार प्रस्तुत करने होंगे. प्रतिभागियों को पूरी प्रतियोगिता के दौरान उद्योग जगत के लीडर्स, अकादमिक दिग्गजों और अनुभवी नवप्रवर्तकों से विशेषज्ञ मार्गदर्शन और परामर्श प्राप्त होगा, जिससे कौशल विकास और पेशेवर विकास को बढ़ावा मिलेगा. ये प्रयास नवाचार और भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग और डिजाइन के वैश्विक केंद्र के रूप में उभरने में सक्षम बनाएंगे.

एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रोफेसर टीजी सीतारम ने कहा कि द इन्वेंटर्स चैलेंज का तीसरा संस्करण भारत के युवाओं के बीच नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए एआईसीटीई की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. छात्रों को अपनी रचनात्मकता और समस्या समाधान का कौशल दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करके देश में उन्नति एवं विकास के नवाचार संचालित एक नए युग को प्रेरित करना है.

इन्वेंटर्स चैलेंज ने उद्योग और अकादमिक क्षेत्र के बीच ज्ञान साझा करने के महत्व पर हमारे विश्वास को और प्रबल किया है. इसके दो संस्करणों को मिली सफलताओं और प्रतिभागियों की अच्छी प्रतिक्रिया ने हमारे विश्वास को और मजबूत किया है. गौरतलब है कि एआईसीटीई, आर्म एजुकेशन और एसटी माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स भारत के तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग और इनोवेशन ईकोसिस्टम के विस्तार को उत्प्रेरित करने के भारत सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप है.

वहीं, आर्म इंडिया के अध्यक्ष गुरु गणेशन ने कहा कि सेमीकंडक्टर उद्योग का वैश्विक रणनीतिक महत्व लगातार बढ़ रहा है. यह महत्वपूर्ण है कि उद्योग भारत में भविष्य की प्रतिभाओं को सक्षम करने के लिए शिक्षा जगत और सरकार के साथ काम करे. एसटी माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया में इनोवेशन के निदेशक मनोज कुमार ने कहा कि हमारा उद्देश्य डेवलपर्स को समावेशी और व्यावहारिक सलाह प्रदान करके कुशल बनने के लिए प्रेरित करना है.

नई दिल्ली: अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने मंगलवार को 'द इन्वेंटर्स चैलेंज-2024' लॉन्च किया. यह इस प्रतियोगिता का तीसरा संस्करण है. इसका आयोजन आर्म एजुकेशन और एसटी माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स के सहयोग से किया जाता है. सेमीकंडक्टर और प्रौद्योगिकी नवाचार में संकाय और छात्रों की क्षमताओं को और अधिक विकसित करने के लिए द इन्वेंटर्स चैलेंज का तीसरा संस्करण लॉन्च किया गया है.

यह प्रतियोगिता देश में सेमीकंडक्टर टैलेंट पूल को विकसित करने और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देने में मदद करने के मिशन के साथ आयोजित की जा रही है. इसमें देश भर के एआईसीटीई अप्रूव्ड संस्थानों के वो छात्र और संकाय सदस्य भाग ले सकते हैं, जिनके पास सेमीकंडक्टर उद्योग पर आधारित विविध प्रकार के दृष्टिकोण और विचारों को प्रोत्साहित करने वाले आइडिया हैं. यह टीम आधारित प्रतियोगिता है, जिसमें एक टीम में एक संकाय सदस्य और अधिकतम चार छात्र शामिल हो सकते हैं.

टीम को स्थिरता (सस्टेनेबिलिटी), स्मार्ट मोबिलिटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर अपने विचार प्रस्तुत करने होंगे. प्रतिभागियों को पूरी प्रतियोगिता के दौरान उद्योग जगत के लीडर्स, अकादमिक दिग्गजों और अनुभवी नवप्रवर्तकों से विशेषज्ञ मार्गदर्शन और परामर्श प्राप्त होगा, जिससे कौशल विकास और पेशेवर विकास को बढ़ावा मिलेगा. ये प्रयास नवाचार और भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग और डिजाइन के वैश्विक केंद्र के रूप में उभरने में सक्षम बनाएंगे.

एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रोफेसर टीजी सीतारम ने कहा कि द इन्वेंटर्स चैलेंज का तीसरा संस्करण भारत के युवाओं के बीच नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए एआईसीटीई की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. छात्रों को अपनी रचनात्मकता और समस्या समाधान का कौशल दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करके देश में उन्नति एवं विकास के नवाचार संचालित एक नए युग को प्रेरित करना है.

इन्वेंटर्स चैलेंज ने उद्योग और अकादमिक क्षेत्र के बीच ज्ञान साझा करने के महत्व पर हमारे विश्वास को और प्रबल किया है. इसके दो संस्करणों को मिली सफलताओं और प्रतिभागियों की अच्छी प्रतिक्रिया ने हमारे विश्वास को और मजबूत किया है. गौरतलब है कि एआईसीटीई, आर्म एजुकेशन और एसटी माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स भारत के तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग और इनोवेशन ईकोसिस्टम के विस्तार को उत्प्रेरित करने के भारत सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप है.

वहीं, आर्म इंडिया के अध्यक्ष गुरु गणेशन ने कहा कि सेमीकंडक्टर उद्योग का वैश्विक रणनीतिक महत्व लगातार बढ़ रहा है. यह महत्वपूर्ण है कि उद्योग भारत में भविष्य की प्रतिभाओं को सक्षम करने के लिए शिक्षा जगत और सरकार के साथ काम करे. एसटी माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया में इनोवेशन के निदेशक मनोज कुमार ने कहा कि हमारा उद्देश्य डेवलपर्स को समावेशी और व्यावहारिक सलाह प्रदान करके कुशल बनने के लिए प्रेरित करना है.

Last Updated : Mar 5, 2024, 9:57 PM IST
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