श्रीनगर: जनपद पौड़ी की सहकारी साधन समिति अगरोड़ा में सचिव द्वारा ऋण आवेदन स्वीकृत करने के नाम पर घूसखोरी का मामला सामने आया था. अब इस मामले का जिलाधिकारी आशीष चौहान ने संज्ञान लिया है. मामले में सचिव को रुड़की अटैच कर दिया गया है.
बता दें अगरोड़ा निवासी माया जॉन ने डेरी व्यवसाय के लिए सहकारी बैंक अगरोड़ा से₹300000 ऋण आवेदन किया था. इसे स्वीकृत करने के लिए 4500 रुपए की घूस मांगने का आरोप उन्होंने लगाया गया था. स्थानीय युवा दीपक असवाल ने भी समिति में लंबे समय घूसखोरी की शिकायत थी. इसके बाद जिला सहायक निबंधक पौड़ी ने मामले में जांच कर कार्रवाई की बात कही. जिसके बाद भी मामले में ढिलाई बरती गई. जिसका वीडियो वायरल हुआ. इस वायरल वीडियो का जिलाधिकारी ने संज्ञान लिया है. उन्होंने जिला सहायक निबंध को मामले में जल्द जांच कर नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. वहीं मामले में संबंधित सचिव को रुड़की अटैच कर जांच शुरू कर दी गई है.
विकास खंड कल्जीखाल के अगरोड़ा क्षेत्र में सरक्याणा गांव निवासी माया जॉन ने बताया कुछ माह पहले डेयरी व्यवसाय के लिए अगरोड़ा साधन सहकारी समिति में तीन लाख के ऋण को आवेदन किया था. जहां सचिव ने आवेदन स्वीकृति के लिए 4500 की धनराशि की मांग की थी. उन्होंने कहा जब तक रिश्वत की धनराशि नहीं दी गई, तो आवेदन स्वीकृत नहीं हुआ. माया जॉन ने कहा रिश्वत की धनराशि सचिव को दिए जाने के बाद आवेदन को स्वीकृति मिल गई है.
सरक्याणा की ही शशि देवी ने बताया कि व्यवसाय को बढ़ाने के लिए तीन लाख के ऋण का आवेदन किया, तो समिति की सचिव ने बताया आपका पुराना ऋण बकाया है. उन्हें जानकारी दी कि उक्त ऋण मेरे ससुर द्वारा लिया गया था. उनकी वर्षों पहले मौत हो चुकी है. समिति के पुराने सचिव के अनुसार वह ऋण माफ भी हो चुका है. जिस पर सचिव ने पुराने ऋण को बंद करने और नए आवेदन को स्वीकृति प्रदान करने के लिए 5 हजार रुपए की मांग की. उन्होंने कहा रिश्वत की राशि नहीं दिए जाने पर ऋण पास नहीं हुआ. मामले की शिकायत कांग्रेस प्रदेश सचिव दीपक असवाल ने सहकारिता विभाग से की. उन्होंने बताया अगरोड़ा साधन सहकारी समिति में लंबे समय से रिश्वत का खेल चल रहा है. जिसकी शिकायत विभागीय उच्च अधिकारियों से की है. उन्होंने मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाए जाने की मांग की है.
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