प्रयागराज: देश को 16 सितंबर को 7 नई वंदे भारत ट्रेनों की सौगात मिलेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के अहमदाबाद से नई वंदे भारत ट्रेनों का आनलाइन उद्घाटन करेंगे. इसमें उत्तर प्रदेश के आगरा कैंट से बनारस के बीच चलने वाली नई वंदे भारत ट्रेन भी शामिल है. आगरा से चलने वाली ये ट्रेन वंदे भारत का नया रूप होगा क्योंकि, यह ट्रेन भगवा रंग में नजर आएगी.
आगरा कैंट से वाराणसी के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन उत्तर मध्य रेलवे की पहली अपनी ट्रेन होगी. इसके साथ ही दिल्ली वाराणसी के बीच चलने वाली वंदे भारत में 4 कोच बढ़ाए जाएंगे और यह देश की पहली 20 कोच वाली वंदे भारत बन जाएगी. जिसके स्वागत के लिए सोमवार को प्रयागराज जंक्शन पर भी कार्यक्रम का आयोजन होगा.
वंदे भारत ट्रेनों के इस उदघाटन कार्यक्रम में जहां पीएम नरेंद्र मोदी अहमदाबाद से ऑनलाइन जुड़ेंगे वहीं आगरा में उदघाटन समारोह के दौरान चीफ गेस्ट के रूप में केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और आगरा के सांसद व केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल भी शामिल होंगे.
भगवा रंग वाली ये वंदे भारत ट्रेन आगरा कैंट से चलकर टुंडला जंक्शन, इटावा जंक्शन, कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से होते हुए प्रयागराज होते हुए रात 11 बजकर 55 मिनट पर वाराणसी पहुंचेगी. 8 कोच वाली इस वंदे भारत ट्रेन का नंबर 20175- 20176 है जो आगरा से वाराणसी तक का 573 किलोमीटर का सफर 7 घंटे में तय करेगी. ट्रेन हफ्ते में 6 दिन चलेगी.
इस नई वंदे भारत ट्रेन में कुल 530 सीटें होंगी जिसमें चेयर कार की 478 और एक्जीक्यूटिव क्लास की 52 सीटें शामिल रहेंगी. हालांकि यह ट्रेन नियमित रूप से आगरा से सुबह 6 बजे चलकर दोपहर 1 बजे वाराणसी पहुंचेगी जबकि शाम 3 बजकर 20 मिनट पर वाराणसी से चलकर रात 10 बजकर 20 मिनट पर आगरा पहुंच जाएगी.
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि 16 सितंबर को आगरा से वाराणसी के बीच चलने वाली 8 कोच की वंदे भारत की शुरुआत होगी. वहीं 16 सितंबर से दिल्ली से वाराणसी के बीच पहले से चल रही वंदे भारत ट्रेन में चार कोच बढ़ाए जा रहे हैं. दिल्ली से वाराणसी के बीच चलने वाली वंदे भारत में चार कोच बढ़ाए जाने से यह देश की पहली 20 कोच वाली वंदे भारत ट्रेन बन जाएगी.
17 सितंबर से 20 कोच वाली दिल्ली वाराणसी वंदे भारत का नियमित संचालन होगा. इसमें सबसे खास बात यह रहेगी कि तीनों वंदे भारत ट्रेनें भगवा रंग में रंगी होंगी. सीपीआरओ के मुताबिक वाराणसी दिल्ली के बीच 15 फरवरी 2019 को पहले वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत हुई थी जो अब 20 कोच वाली देश की पहली ट्रेन बन जाएगी.
ट्रेनों की सुरक्षा को लेकर बरती जा रही है सतर्कता: बीते दिनों लगातार ट्रेनों को बेपटरी करने की हुई साजिश को लेकर रेलवे अफसर की तरफ से बेहतर सुरक्षा व्यवस्था किए जाने का दावा किया है. सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी के मुताबिक असामाजिक तत्वों द्वारा रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की घटनाओं को लेकर रेलवे सतर्कता बरत रही है.
उन्होंने बताया कि रेल रूट में कई स्थानों पर इसको लेकर डार्क स्पॉट चिह्नित कर वहां निगरानी बढ़ाई गई है. ट्रेनों के ट्रायल रन, उदघाटन समारोह से लेकर नियमित संचालन तक के दौरान रेलवे की सुरक्षा एजेंसियों को में भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं.
इसके साथ ही उन्होंने अपील की है कि रेलवे का क्षेत्र बहुत बड़ा है. इसलिए हर जगह पेट्रोलिंग कर पाना संभव नहीं होता है लेकिन, उसके बावजूद रेलवे प्रयास कर रहा है. साथ ही आम जनता से भी अपील की है कि अगर इस तरह की कोई जानकारी आमजन को भी मिले तो वो रेलवे तक सूचना पहुंचाएं.
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