आगरा : आगरा मेट्रो पहले कॉरिडोर के प्रॉयरिटी कॉरिडोर में शुक्रवार से मेट्रो ट्रेनों का संचालन ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेशन (एटीओ) मोड पर शुरू हो गया. अब छह स्टेशन के बीच मेट्रो ट्रेन दौड़ेगी. अभी तक आगरा मेट्रो की ट्रेनें (एटीपी) मोड में पर संचालित हो रही थी. जिसकी वजह से यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनज़र ऑटोमेटिक ब्रेकिंग जैसी विशेषताओं से युक्त था. एटीपी मोड से मेट्रो ट्रेनों के संचालन में ट्रेन ऑपरेटर की अहम भूमिका होती थी. अब एटीओ (ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेशन) मोड में मेट्रो ट्रेनों के संचालन से जुड़ी अधिकतर क्रियाएं ऑटोमेटिक होंगी. जिससे मेट्रो ट्रेनों की सुरक्षा अब पहले से भी अधिक मजबूत हो हो गई है.
बता दें, एटीओ (ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेशन) मोड से मेट्रो ट्रेन के संचालन में अधिकतर कार्य ऑटोमेटेड नहीं होते थे. जिससे किसी भी मानवीय भूल की संभावना अधिक रहती है. उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने शुक्रवार एटीओ मोड में संचालन का शुभारंभ किया. जिसके लिए ताज पूर्वी गेट मेट्रो स्टेशन पर आगरा मेट्रो के निदेशक परिचालन प्रशांत मिश्रा समेत अन्य अधिकारी पूजा में शामिल हुए. आगरा मेट्रो के संचालन में ये नई व्यवस्था के तहत से शुक्रवार से लागू हो गई. क्योंकि, पहले इसका अच्छी तरह से परीक्षण किया गया है.
विधिवत पूजा के बाद दौडी मेट्रो : आगरा मेट्रो के निदेशक परिचालन प्रशांत मिश्रा ने बताया कि एटीओ मोड में आगरा मेट्रो ट्रेनें के संचालन बिना किसी ट्रेन ऑपरेटर के हस्तक्षेप के संचालित होती हैं. यानी ट्रेनों के संचालन के लिए ट्रेन ऑपरेटर पर निर्भरता कम होती है और संचालन से जुड़ी अधिकतर क्रियाएं जैसे मोटरिंग, ब्रेकिंग, प्लेटफॉर्म ड्यूटी, प्लेटफॉर्म पर नियत जगह पर दरवाजों का खुलना समेत ऑटोमेटिक हो जाता है. इसके साथ ही संचालन से जुड़ी प्रायः सभी क्रियाओं के ऑटोमेटिक होने के बाद भी अभी यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से मेट्रो ट्रेनों के दरवाजे ट्रेन ऑपरेटर द्वारा ही बंद किए जाएंगे.
आगरा मेट्रो संचालन में मील का पत्थर : यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि यात्रियों के लिए सुविधाजनक, सुरक्षित और सुगम यात्रा का साधन मुहैया कराने की दिशा में शुक्रवार को एटीओ मोड में आगरा मेट्रो का संचालन आरंभ हुआ है. जो आगरा मेट्रो के संचालन में एक मील का पत्थर है. लखनऊ, कानपुर के बाद आगरा मेट्रो का संचालन भी एटीओ मोड में होने से शहरवासियों को नवीनतम तकनीक का लाभ मिलेगा. मेट्रो से यात्रा अब पहले से भी अधिक सुरक्षित और समयबद्ध हो जाएगी'.
आगरा मेट्रो के निदेशक परिचालन प्रशांत मिश्रा बताते हैं कि मेट्रो सेवाओं को संचालन तकनीक के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में बांटा जाता है. जिसे ग्रेड ऑफ ऑटोमेशन कहते हैं. अत्याधुनिक एवं नवीनतम तकनीक से लैस आगरा मेट्रो ट्रेन ग्रेड ऑफ ऑटोमेशन 3 (GoA 3) श्रेणी की ट्रेन हैं. इस श्रेणी की ट्रेनें एटीओ मोड में कम्यूनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल सिस्टम (सीबीटीसी) सिग्नलिंग प्रणाली के जरिए बिना ट्रेन ऑपरेटर के चल सकतीं हैं. इसके साथ ट्रेनों के आवागमन का ऑटोमेटिक प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए ऑटोमेटिक ट्रेन सुपरविजन (एटीएस) प्रणाली को भी प्रयोग में लाया जाता है जो ऑटोमेटिक रूट सेटिंग और ऑटोमेटिक ट्रेन रेगुलेशन के माध्यम से ट्रेनों के मूवमेंट का लगातार निरीक्षण कर असामान्य परिस्थितियों में उसके गति को अनुकूलित करने का काम करती है.