आगरा: पुलिस ने पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाने के लिए नयी पहल की शुरुआत की है. इसके तहत अब पुलिस खुद FIR लेकर पीड़ित के घर पहुच रही है. इस पहल के तहत गुरुवार को पहली FIR थाना छत्ता पुलिस ने पीड़िता को सौंपी.
नवागत पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गौड़ ने पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाने के लिए नयी पहल की शुरुआत की है. इसके तहत अब पीड़ित को FIR प्राप्त करने के लिए थाना व चौकियों के धक्के नहीं खाने पड़ेंगे. डीसीपी सिटी सूरज राय ने गुरुवार को बताया कि पुलिस कमिश्नर के निर्देशन में आगरा पुलिस ने नयी पहल शुरू की है. अब किसी पीड़ित को FIR के लिए भटकना नहीं पड़ेगा. अगर किसी कारणवश मुक़दमा दर्ज होने में विलंब होता है या वादी देर तक इंतजार नहीं कर सकता तो उस स्थिति में पुलिस FIR लेकर पीड़ित के घर पहुंचेगी.
इस पहल से पीड़ित को FIR लेने के लिए थाना या चौकी बार-बार नहीं आना पड़ेगा. थाने की ईगल मोबाइल पुलिस पीड़ित के घर तक FIR पहुंचाएगी. इससे ईगल मोबाइल पुलिस अपराध पर लगाम लगाने के साथ-साथ पीड़ितों से भी संवाद स्थापित कर सकेगी, जिससे वादी के मन में सुरक्षा की भावना पैदा हो सके. वहीं, पुलिस की छवि में भी सुधार देखने को मिलेगा. इस पहल को पूरे आगरा कमिश्नरेट में लागू किया गया है.
इस अनूठी पहल के अनुसार, जिले की छत्ता पुलिस ने पहली FIR पीड़िता तक पहुंचाई हैं. थाना छत्ता में वादी अन्नू गोयल ने अपने ससुरालीजनों के खिलाफ 24 जनवरी को दहेज उत्पीड़न का मुक़दमा दर्ज कराया था. लेकिन, FIR पीड़िता को नहीं मिल सकी थी. इसके बाद पुलिस ने गुरुवार को थाना छत्ता में ईगल मोबाइल पर तैनात आरक्षी निखिल को वादी के घर भेजा था. लेकिन, विवाहिता खंदौली स्थित एक फैक्ट्री में काम पर जा चुकी थी. इसके बाद पुलिस खुद पीड़िता की फैक्ट्री तक पहुंची और FIR वादी अन्नू गोयल को सौंपी. इसकी फोटो भी पुलिस ने जारी की है.
यह भी पढ़ें: बुलंदशहर में बोले प्रधानमंत्री मोदी- पहले की सरकारों ने शासकों की तरह किया व्यवहार
यह भी पढ़ें: बरेली में सांड़ ने बुजुर्ग को पटक-पटककर मार डाला, दिल दहला देने वाला वीडियो आया सामने