आगरा: आगरा पुलिस ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के आरोप में कैमरून देश के दो नागरिकों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों ने फर्जी वेयर हाउस के नाम पर लोगों को सस्ता सामान देने का झांसा देकर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की है. आगरा के कारोबारी कि शिकायत पर उनको ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार कर लाया गया.
हरीपर्वत एसीपी आदित्य ने गुरुवार को करोड़ों की ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले ठग गिरोह का खुलासा किया. एसीपी ने बताया कि साइबर थाना पर पीड़ित कारोबारी फतेहाबाद निवासी राजीव पालीवाल की ओर से एक एफआईआर दर्ज कराया गया था. जिसमें बताया गया था कि भीमराज इंडस्ट्रीज लॉजिस्टिक मल्टी पार्क हब नाम की एक ऑनलाइन साइट्स ने सामान देने के नाम पर लाखों रुपए ठग लिए हैं.
राजीव पालीवाल एक एग्रीकल्चर प्रोडक्ट माईसेम एग्रो के मालिक है. उन्हें एग्रीकल्चर प्रोडक्ट की पेकिंग के लिए जूट के बैग की आवश्यकता थी. उन्होंने उस वेयर हाउस फर्म को 3 लाख 80 हजार जूट बैग का आर्डर दिया था. जिसके एवज में एडवांस के रूप में दो बार 4 लाख 52 हजार और डिलीवरी चार्ज के रूप में अलग से 2 लाख 26 हजार रुपए का भुगतान आरोपियों को ऑनलाइन किया गया था. लेकिन भुगतान होने के बाद भी माल न मिलने पर एफआईआर दर्ज करवाया.
पुलिस ने जब इस मामले की गहराई से पड़ताल की तो पता चला कि भीमराज इंडस्ट्रीज लॉजिस्टिक मल्टी पार्क हब वेयर हाउस के नाम से इंटरनेट पर एक ऑनलाइन साइट्स संचालित है. जो लोगों को वेयर हाउस के नाम पर सस्ते दामों पर सामान देने का झांसा देती है. आर्डर मिलने के बाद सामान भेजने से पहले ग्राहक से एडवांस में रुपए लेकर माल नहीं भेजते थे. जिसके बाद ऑनलाइन साइट का एक्सेस अपने आप बंद हो जाता था.
साइबर पुलिस की टीम ने जब साइट ऑपरेट करने वाले लोगों के बारे में जानकारी हासिल किया, तो पता चला कि फर्जी शॉपिंग साइट को केमरून देश के रहने वाले दो नागरिक ऑपरेट कर रहे हैं. जिन्हें ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 17-ए से हिरासत में लिया गया. पूछताछ करने पर दोनों ने अपना नाम अकूम्बे बोमा नजीवाह और माइकल बूनवी एल्लियास बताया.
दोनों आरोपियों ने मिलकर इंटरनेट पर एक फर्जी साइट बनाई. उसमे अपने वेयर हाउस होने की सूचना अंकित की. उससे जुड़े फोटो और वीडियो भी साइट पर डाले. जिससे लोग आसानी से इनके जाल में फंस सके. फर्जी वेयर हाउस की साइट पर कृषि उत्पाद, सॉफ्टड्रिंक, कोरोगेटेट बॉक्स, इलेक्ट्रॉनिक सामान बेचने की जानकारियां थी. उन्हें सस्ते दामों पर उपलब्ध और डिलिवरी कराने के नाम पर पैसे ऐंठा जाता था. जिसके बाद साइट का एक्सेस अपने आप बंद हो जाता था.
विदेशी ठगों ने अभी तक कई व्यापारियों को ऑनलाइन माध्यम से अपना शिकार बनाया है. दोनों आरोपी साइबर ठगी के माध्यम से अब तक करीब 14 से 15 करोड़ की ठगी कर चुके हैं. आरोपियों के पास से एक लग्जरी ऑडी कार, 3 महंगे मोबाइल, लेपटॉप,फर्जी मुहर और रिफ्यूजी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और मेंबर कार्ड बरामद हुआ है.
एसीपी आदित्य ने बताया कि दोनों ठग स्टडी वीजा से भारत में प्रवास कर रहे थे. एक आरोपी बीते 3 साल से और दूसरा 6 महीने से ग्रेटर नोएडा में रह रहा हैं. पुलिस दोनों को जेल भेज रही है. उच्च अधिकारियों की तरफ से आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम को नगद इनाम देने की घोषणा भी की गई है.
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