आगरा : सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर दिए गए बयान के बाद हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश है. हिंदूवादियों ने स्वामी प्रसाद मौर्य का डीएनए टेस्ट कराने की मांग की है. साथ ही किन्नर समाज से स्वामी प्रसाद मौर्य को गोद लेने की अपील की है. स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान के विरोध में अखिल भारत हिन्दू महासभा ने बुधवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया. इसके साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्य के प्रतीकात्मक पुतले को चप्पल-जूते मारे और लिपस्टिक और बिंदी लगाकर चूड़ियां भेंट कीं.
मौर्य को हिन्दू धर्म से निष्कासित किया जाना चाहिएः अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य सिर्फ हिंदू धर्म पर ही निशाना साधते हैं और अमर्यादित टिप्पणी करते हैं. अब राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा पर अर्नगल बयान देकर हिन्दू आस्थाओं पर ही प्रश्न चिन्ह लगा दिया है. जिसके विरोध में हम स्वामी प्रसाद मौर्य का प्रतीकात्मक पुतला लेकर आए हैं. हम सरकार से स्वामी प्रसाद मौर्य के डीएनए टेस्ट कराने मांग कर रहे हैं. किन्नर समाज के महामंडलेश्वर से हमारी अपील है कि स्वामी प्रसाद मौर्य को अपने कुनबे में शामिल कर लें. जब भी स्वामी प्रसाद मौर्य का देहांत हो तो उसकी शव यात्रा में राम नाम सत्य का उच्चारण न किया जाए. हमें शक है कि स्वामी प्रसाद मौर्य हिन्दू नहीं हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य को हिन्दू धर्म से निष्कासित कर देना चाहिए. जिससे हिन्दू धर्म से अपवित्रता दूर हो सके.
बता दें कि अखिल भारत हिन्दू महासभा, सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयानों को लेकर समय-समय पर उग्र प्रदर्शन करती रही है. इससे पूर्व हिंदूवादी संगठन ने स्वामी प्रसाद मौर्य की प्रतीकात्मक अर्थी निकाली थी. इसके अलावा स्वामी प्रसाद मौर्य की जुबान काटकर लाने वाले को पांच लाख रुपये देने की घोषणा करके सुर्खिया बटोरी थीं.
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