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इंटरनेशनल क्रिकेटर राहुल चाहर के पिता से 26.50 लाख की धोखाधड़ी, प्लॉट-मकान के नाम बिल्डर ने ठगा - Rahul Chahar father cheated - RAHUL CHAHAR FATHER CHEATED

आगरा के क्रिकेटर राहुल चाहर के पिता देशराज चाहर ने आरोपियों पर दर्ज कराया मुकदमा, 12 साल पहले का है मामला

पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 5, 2024, 7:03 AM IST

आगरा : ताजनगरी के इंटरनेशनल क्रिकेटर राहुल चाहर के पिता देशराज चाहर से लाखों रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. उन्होंने जगदीशपुरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. आरोप है कि गांव मघटई में नवनिर्मित कॉलोनी नसरी विलेज में एक प्लॉट बुक किया था. इस पर मकान भी बनना था. बिल्डर नरसी विलेज के मालिक वासुदेव गर्ग, कर्मचारी अरुण गुप्ता व पीयूष गोयल समेत अन्य आरोपियों ने इसके लिए 26.50 लाख रुपए जमा कराए थे. इसके बावजूद उन्होंने न तो रजिस्ट्री की और न ही मकान बनाकर दिया. करीब 12 साल से आरोपी बहाने बना रहे हैं. देशराज चाहर ने डीसीपी सिटी से मई 2024 में शिकायत की थी. जगदीशपुरा थाने में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

विश्वकर्मा विहार, शास्त्रीपुरम निवासी देशराज चाहर के बेटे राहुल चाहर इंटरनेशनल क्रिकेटर हैं. देशराज चाहर ने बताया कि गांव मघटई में गैलेक्स निर्माण (राजदरबार ग्रुप) लाजपत नगर, नई दिल्ली का साइट आफिस है. यहां पर कंपनी के मालिक वासुदेव गर्ग ने नरसी विलेज के नाम से कॉलोनी बनाई है. प्लॉट नंबर 182 गीतम सिंह व 587 रुकुम पाल सिंह के नाम से 11 अगस्त 2012 को प्लॉट बुक कराए थे. कंपनी ने मकान बनाकर देने का वादा किया था. मैंने गीतम सिंह के नाम पर लिया गया प्लॉट अपने बेटे राहुल चाहर के नाम करा लिया. इसके बावजूद 12 साल से मकान की रजिस्ट्री के लिए भवन निर्माण कंपनी के ऑफिस के चक्कर काट रहा हूं. बिल्डर और कर्मचारी कोई जवाब नहीं दे रहे हैं. इस पर डीसीपी सिटी सूरज राय से धोखाधड़ी की शिकायत की थी.

देशराज चाहर का आरोप है कि निर्माण कंपनी ने नरसी विलेज में प्लॉट पसंद आने पर मकान बनाने के लिए बुक किया. 12 साल हो गए. मगर अभी तक कंपनी ने मकान बनाकर नहीं दिया है. जबकि, मकान की कीमत के 26.50 लाख रुपये जमा कराए जा चुके हैं. अभी तक रजिस्ट्री नहीं की गई है. डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि नवनिर्मित कॉलोनी में मकान की रजिस्ट्री नहीं कराने के मामले में शिकायत मिली तो जगदीशपुरा थाना पुलिस को जांच के आदेश दिए. साक्ष्यों के आधार पर आगे विधिक कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें : मोटे मुनाफे का लालच देकर निवेशकों के ठगे 150 करोड़ रुपये, विदेश भागने से पहले STF ने दबोचा

आगरा : ताजनगरी के इंटरनेशनल क्रिकेटर राहुल चाहर के पिता देशराज चाहर से लाखों रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. उन्होंने जगदीशपुरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. आरोप है कि गांव मघटई में नवनिर्मित कॉलोनी नसरी विलेज में एक प्लॉट बुक किया था. इस पर मकान भी बनना था. बिल्डर नरसी विलेज के मालिक वासुदेव गर्ग, कर्मचारी अरुण गुप्ता व पीयूष गोयल समेत अन्य आरोपियों ने इसके लिए 26.50 लाख रुपए जमा कराए थे. इसके बावजूद उन्होंने न तो रजिस्ट्री की और न ही मकान बनाकर दिया. करीब 12 साल से आरोपी बहाने बना रहे हैं. देशराज चाहर ने डीसीपी सिटी से मई 2024 में शिकायत की थी. जगदीशपुरा थाने में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

विश्वकर्मा विहार, शास्त्रीपुरम निवासी देशराज चाहर के बेटे राहुल चाहर इंटरनेशनल क्रिकेटर हैं. देशराज चाहर ने बताया कि गांव मघटई में गैलेक्स निर्माण (राजदरबार ग्रुप) लाजपत नगर, नई दिल्ली का साइट आफिस है. यहां पर कंपनी के मालिक वासुदेव गर्ग ने नरसी विलेज के नाम से कॉलोनी बनाई है. प्लॉट नंबर 182 गीतम सिंह व 587 रुकुम पाल सिंह के नाम से 11 अगस्त 2012 को प्लॉट बुक कराए थे. कंपनी ने मकान बनाकर देने का वादा किया था. मैंने गीतम सिंह के नाम पर लिया गया प्लॉट अपने बेटे राहुल चाहर के नाम करा लिया. इसके बावजूद 12 साल से मकान की रजिस्ट्री के लिए भवन निर्माण कंपनी के ऑफिस के चक्कर काट रहा हूं. बिल्डर और कर्मचारी कोई जवाब नहीं दे रहे हैं. इस पर डीसीपी सिटी सूरज राय से धोखाधड़ी की शिकायत की थी.

देशराज चाहर का आरोप है कि निर्माण कंपनी ने नरसी विलेज में प्लॉट पसंद आने पर मकान बनाने के लिए बुक किया. 12 साल हो गए. मगर अभी तक कंपनी ने मकान बनाकर नहीं दिया है. जबकि, मकान की कीमत के 26.50 लाख रुपये जमा कराए जा चुके हैं. अभी तक रजिस्ट्री नहीं की गई है. डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि नवनिर्मित कॉलोनी में मकान की रजिस्ट्री नहीं कराने के मामले में शिकायत मिली तो जगदीशपुरा थाना पुलिस को जांच के आदेश दिए. साक्ष्यों के आधार पर आगे विधिक कार्रवाई की जाएगी.

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