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गांव का लाडला था अग्निवीर निखिल, मौत से एक दिन पहले छुट्टी आने की कही थी बात - Agniveer Nikhil dadwal death

अग्निवीर निखिल डढवाल की मौत से परिवार सदमे में है. अभी तक निखिल का पार्थिव शरीर घर नहीं पहुंचा है. अग्निवीर निखिल की बुधवार को गोली लगने से मौत हो गई थी, लेकिन सेना की तरफ से अभी तक मौत के कारणों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.

निखिल की मौत के बाद सदमे में परिजन
निखिल की मौत के बाद सदमे में परिजन (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jul 19, 2024, 1:34 PM IST

हमीरपुर: जम्मू के अखनूर क्षेत्र के टांडा में तैनात हमीरपुर निवासी अग्निवीर निखिल डढवाल की मौत से माता-पिता सदमे में हैं. बीमार मां आशा देवी का रो-रो कर बुरा हाल है. पिछले 24 घंटे से बीमार मां के गले से अन्न एक दाना भी नहीं उतरा. पिता दलेर सिंह टैक्सी चालक हैं. परिवार बेटे के दुनिया छोड़कर चले जाने की बात पर विश्वास नहीं कर पा रहा है.

अग्निवीर निखिल डढवाल के पिता का कहना है कि बेटा बचपन से ही सेना में जाने के सपना देखता था और उसके पास एनसीसी का सी सर्टिफिकेट भी था. अंतिम बार मंगलवार रात 9:00 के करीब पिता से निखिल की बात हुई थी. बताया जा रहा है कि गोली लगने से अग्निवीर की मौत हुई है. सेना की ओर से मौत को लेकर को कोई आधिकारिक जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है. 22 वर्षीय निखिल 6 महीने पहले ही घर पर आया था. अब रक्षाबंधन पर घर आने की बात घर पर कही थी.

हंसमुख और मिलनसार था निखिल

नगर परिषद हमीरपुर के वार्ड नंबर 11 पार्षद वकील सिंह ने कहा कि निखिल हंसमुख और मिलनसार लड़का था. अभी तक परिजनों को मौत के कारण सेना की ओर से नहीं बताए गए हैं. निखिल का बड़ा भाई अजय सेना में सेवा दे चुका है, जबकि दूसरा बड़ा भाई अखिल बद्दी में कंपनी में नौकरी करता है. निखिल की मां लंबे समय से बीमारी से जूझ रही हैं.

15 दिन घर छुट्टी आने की कही थी बात

निखिल के पिता दलेर सिंह का कहना है कि बुधवार को पहले उन्हें चोट लगने की जानकारी सेवा की तरफ से दी गई. कुछ घंटे के बाद उन्हें पता चला कि बेटे को गोली लगी है. सेना की तरफ से मौत के कारण के बारे में अभी कुछ नहीं बताया गया है.उन्होंने कहा कि बेटे से मंगलवार रात को 9:00 बजे के करीब बात हुई थी. बेटे ने रक्षाबंधन के नजदीक 15 दिन की छुट्टी पर घर आने की बात कही थी. करीब 5 मिनट तक हुई बात में अखिल ने अपनी मां और गांव के बारे में पूछा था. सेना की तरफ से पार्थिव देह को वीरवार तक घर पहुंचाने की बात कही गई थी, लेकिन अब आज दोपहर के समय ही बेटे की पार्थिव देह घर पहुंचने की जानकारी दी गई है. अंतिम बार जब बेटे से बात हुई तो उसने कहा कि पापा मेरी देखभाल के लिए सेना और मेरे साथी हैं आप मां और अपना ध्यान रखिएगा. अब बेटा ही इस दुनिया को छोड़कर जा चुका है.

डेढ़ साल पहले सेना में हुए थे भर्ती

बता दें कि निखिल डढवाल करीब डेढ़ साल पहले सेना में अग्निवीर के रूप में भर्ती हुआ था. अग्निवीर की मौत कैसे हुई इसे लेकर सेना की ओर से आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है. हालांकि स्थानीय लोगों के मुताबिक निखिल के परिवार को जानकारी दी गई है कि उसकी मौत सिर पर गोली लगने के कारण हुई है. ट्रेनिंग के बाद निखिल जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में तैनात था.

ये भी पढ़ें: हिमाचल प्रदेश के अग्निवीर की जम्मू-कश्मीर में मौत, 18 महीने पहले हुआ था भर्ती

हमीरपुर: जम्मू के अखनूर क्षेत्र के टांडा में तैनात हमीरपुर निवासी अग्निवीर निखिल डढवाल की मौत से माता-पिता सदमे में हैं. बीमार मां आशा देवी का रो-रो कर बुरा हाल है. पिछले 24 घंटे से बीमार मां के गले से अन्न एक दाना भी नहीं उतरा. पिता दलेर सिंह टैक्सी चालक हैं. परिवार बेटे के दुनिया छोड़कर चले जाने की बात पर विश्वास नहीं कर पा रहा है.

अग्निवीर निखिल डढवाल के पिता का कहना है कि बेटा बचपन से ही सेना में जाने के सपना देखता था और उसके पास एनसीसी का सी सर्टिफिकेट भी था. अंतिम बार मंगलवार रात 9:00 के करीब पिता से निखिल की बात हुई थी. बताया जा रहा है कि गोली लगने से अग्निवीर की मौत हुई है. सेना की ओर से मौत को लेकर को कोई आधिकारिक जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है. 22 वर्षीय निखिल 6 महीने पहले ही घर पर आया था. अब रक्षाबंधन पर घर आने की बात घर पर कही थी.

हंसमुख और मिलनसार था निखिल

नगर परिषद हमीरपुर के वार्ड नंबर 11 पार्षद वकील सिंह ने कहा कि निखिल हंसमुख और मिलनसार लड़का था. अभी तक परिजनों को मौत के कारण सेना की ओर से नहीं बताए गए हैं. निखिल का बड़ा भाई अजय सेना में सेवा दे चुका है, जबकि दूसरा बड़ा भाई अखिल बद्दी में कंपनी में नौकरी करता है. निखिल की मां लंबे समय से बीमारी से जूझ रही हैं.

15 दिन घर छुट्टी आने की कही थी बात

निखिल के पिता दलेर सिंह का कहना है कि बुधवार को पहले उन्हें चोट लगने की जानकारी सेवा की तरफ से दी गई. कुछ घंटे के बाद उन्हें पता चला कि बेटे को गोली लगी है. सेना की तरफ से मौत के कारण के बारे में अभी कुछ नहीं बताया गया है.उन्होंने कहा कि बेटे से मंगलवार रात को 9:00 बजे के करीब बात हुई थी. बेटे ने रक्षाबंधन के नजदीक 15 दिन की छुट्टी पर घर आने की बात कही थी. करीब 5 मिनट तक हुई बात में अखिल ने अपनी मां और गांव के बारे में पूछा था. सेना की तरफ से पार्थिव देह को वीरवार तक घर पहुंचाने की बात कही गई थी, लेकिन अब आज दोपहर के समय ही बेटे की पार्थिव देह घर पहुंचने की जानकारी दी गई है. अंतिम बार जब बेटे से बात हुई तो उसने कहा कि पापा मेरी देखभाल के लिए सेना और मेरे साथी हैं आप मां और अपना ध्यान रखिएगा. अब बेटा ही इस दुनिया को छोड़कर जा चुका है.

डेढ़ साल पहले सेना में हुए थे भर्ती

बता दें कि निखिल डढवाल करीब डेढ़ साल पहले सेना में अग्निवीर के रूप में भर्ती हुआ था. अग्निवीर की मौत कैसे हुई इसे लेकर सेना की ओर से आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है. हालांकि स्थानीय लोगों के मुताबिक निखिल के परिवार को जानकारी दी गई है कि उसकी मौत सिर पर गोली लगने के कारण हुई है. ट्रेनिंग के बाद निखिल जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में तैनात था.

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