नूंह: एसएचकेएम राजकीय मेडिकल कॉलेज नलहड़ के मुख्य गेट पर कांग्रेस के चार विधायकों ने दो दिन पहले धरना-प्रदर्शन किया था. प्रदर्शन के दौरान विधायकों ने मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्थाओं का आरोप लगाए थे. हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार ने मामलो को गंभीरता से लेते हुए आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं. जांच के लिए गठित चार सदस्यीय टीम दो दिनों से मेडिकल कॉलेज की जांच कर रही है. नलहड़ मेडिकल कॉलेज के निदेशक मुकेश कुमार ने बताया कि जांच टीम को कुछ मरीजों ने मेडिकल कॉलेज में कुछ दवाइयां नहीं होने की बात कही है.
एक-एक वार्ड जांच कर रही है टीम: चार सदस्यीय जांच टीम में छायंसा मेडिकल कॉलेज के निदेशक, पीजीआई रोहतक के अधिकारी और डीएम आईआर के अधिकारी शामिल हैं. दो दिनों से जांच टीम मेडिकल कॉलेज के एक-एक कोने, एक-एक विभाग और वार्डों की जांच कर रही है. जांच पूरा होने के बाद टीम अपनी रिपोर्ट जल्द सरकार को सौंपेगी. टीम शिकायतों की सच्चाई, वर्तमान में मानकों के अनुरूप संसाधनों और सुविधाओं को परख रही है.
कांग्रेस विधायकों की शिकायत पर हो रही है जांच: मेडिकल कॉलेज निदेशक डॉ. मुकेश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि "मेडिकल कॉलेज की अव्यवस्थाओं को लेकर कांग्रेस के चार विधायकों ने दो दिन पहले ही मेडिकल कॉलेज के मुख्य द्वार के बाहर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया था. सरकार ने इसके बाद चार सदस्यीय टीम को जांच का जिम्मा सौंपा है. टीम जांच कर रही है."
70 फीसदी लोगों को मिल रही है दवाइयां: निदेशक डॉ. मुकेश कुमार ने कहा कि डॉक्टरों की कमी, दवाइयां की कमी, अल्ट्रासाउंड मशीन के नहीं चलने से लेकर सीलिंग इत्यादि के खराब होने के मामले उनके सामने आए हैं. मार्च महीने के बाद मेडिकल कॉलेज में दवाइयों की कमी नहीं रहेगी. अभी भी लगभग 70 फीसदी लोगों को दवाइयां मिल रही हैं.
ठप्प पड़ा है अल्ट्रासाउंड: डॉ. मुकेश ने कहा कि रोजाना तकरीबन 300 एक्स-रे हो रहे हैं. एक्स-रे में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन अल्ट्रासाउंड नहीं हो पा रहे हैं. इसके लिए कई बार टेंडर लगाए गए हैं, लेकिन तीन फर्म नहीं आने की वजह से इसमें अभी तक कामयाबी नहीं मिली है. जल्दी ही दोबारा टेंडर निकाले जाएंगे. इसके अलावा अस्पताल प्रांगण में सीलिंग को लेकर हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन को टेंडर दिया हुआ है, जल्दी ही उनका काम यहां पर शुरू होगा. अस्पताल पूरी तरह से बदला हुआ नजर आयेगा. उन्होंने कहा कि कुछ उपकरणों की खरीदने की बात भी टीम के सामने रखी गई है.
जल्द ही मेडिकल कॉलेज की कमियां होगी दूर: कुल मिलाकर राजकीय शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज में जो भी दिक्कत है, टीम ने उसके बारे में अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है. जल्द ही यह रिपोर्ट सरकार के पास होगी. डीएमआईआर के बड़े अधिकारी मेडिकल कॉलेज नलहड़ निदेशक से लगातार संपर्क में हैं. निदेशक कहा कि जल्दी ही यहां डॉक्टरों की कमी को दूर करने के अलावा जितनी भी खामियां सामने आई हैं, उन पर काम किया जाएगा.