जयपुर. राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन हमेशा राजस्थान की सत्ता का केंद्र रहा है और क्रिकेट की इस सियासत में एक और मंत्री पुत्र की एंट्री हो गई है. इससे अब राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के ताज का एक और दावेदार सामने आ गया है. दरअसल, भाजपा सरकार में मंत्री मदन दिलावर के बेटे पवन दिलावर ने भी क्रिकेट में एंट्री कर ली है और बांरा क्रिकेट एसोसिएशन से उन्हें निर्विरोध कोषाध्यक्ष चुना है.
बांरा क्रिकेट एसोसिएशन में हुए उपचुनाव में पवन दिलावर को कोषाध्यक्ष बनाकर राजस्थान क्रिकेट में उनकी एंट्री कराई गई है. इसके बाद अब माना जा रहा है कि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के जब भी चुनाव होंगे तब वे अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं. कोषाध्यक्ष बनने के बाद पवन दिलावर ने कहा कि बारां में क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण उनकी पहली प्राथमिकता होगी और इसके साथ ही खिलाड़ियों को अधिक से अधिक सुविधा देना उनका लक्ष्य होगा. आगे राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में चुनाव लड़ने की बात पर दिलावर ने कहा कि भविष्य में इसका फैसला छुपा हुआ है और यदि जरूरत पड़ी तो क्रिकेट के लिए आरसीए में आकर भी काम करेंगे.
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दिग्गजों की एंट्री : प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद अब राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन भी राजनीति का केंद्र बनता जा रहा है. यहां पद की लालसा में कई दिग्गज एंट्री कर चुके हैं. इससे पहले भी नागौर जिला क्रिकेट एसोसिएशन से चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के बेटे धनंजय सिंह खींवसर अध्यक्ष बन चुके हैं. साथ ही चूरू जिला क्रिकेट एसोसिएशन से भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के पुत्र पराक्रम सिंह अध्यक्ष बन चुके हैं और मोती डूंगरी मंदिर के महंत के बेटे अभिषेक शर्मा भी डूंगरपुर जिला क्रिकेट संघ में कोषाध्यक्ष हैं. जबकि डूंगरपुर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष गौरव वल्लभ और सचिव सुनील जैन भी भाजपा का दामन थाम चुके हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि जब भी राजस्थान क्रिकेट संघ के चुनाव होंगे तब अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष पद पर ये सभी दिग्गज अपना भाग्य आजमा सकते हैं.