लक्सर: टायर फैक्ट्री के कर्मचारियों को फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा नौकरी से निकाले जाने का मामला जिलाधिकारी की अध्यक्षता में शांत हुई. फैक्ट्री प्रबंधन व आंदोलन कर रहे जिम्मेदार लोगों के बीच हुई वार्ता के बाद मामला सुलझ गया है. उप जिलाधिकारी गोपाल सिंह चौहान ने अनशन पर बैठे कर्मचारियों का अनशन समाप्त कराया.
स्थानीय टायर फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा पिछले दिनों दो दर्जन से अधिक कर्मचारियों को फैक्ट्री से निकाल दिया गया था. फैक्ट्री कर्मचारियों की बहाली को लेकर 24 जून से फैक्ट्री गेट के बाहर आंदोलन किया जा रहा था, जो आठ जुलाई से आमरण अनशन में बदल गया था. आंदोलन का नेतृत्व भारतीय किसान यूनियन (पटेल) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी कीरत सिंह द्वारा किया जा रहा था. व्यापार मंडल, बार एसोसिएशन समेत दर्जनभर से अधिक राजनीतिक व गैर राजनीतिक संगठनों द्वारा आंदोलन को समर्थन दिया गया था.
एसडीएम की मध्यस्थता में फैक्ट्री प्रबंधन से हुई दो दौर की वार्ता के बाद भी मामले का हल नहीं निकल सका था. जिससे मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा था. आंदोलन के संयोजक भारतीय किसान यूनियन (पटेल) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी कीरत सिंह ने हजारों ट्रैक्टरों के साथ चक्का जाम एवं आत्मदाह किये जाने की चेतावनी दी गयी थी. जिस पर जिलाधिकारी की मध्यस्थता में फैक्ट्री प्रबंधन एवं आंदोलन चला रहे जिम्मेदार लोगों के बीच जिलाधिकारी कार्यालय में वार्ता हुई, वहीं वार्ता के बाद मामला सुलझ गया है. उप जिलाधिकारी गोपाल सिंह चौहान ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच हुई सकारात्मक वार्ता के बाद मामला सुलझ गया है. अनशन पर बैठे कर्मचारियों ने अपना अनशन समाप्त कर दिया है.
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