रायपुर: रायपुर सेंट्रल जेल के अधिकारियों ने सोमवार को महिलाओं को रक्षाबंधन के मौके पर जेल में बंद अपने भाइयों को 'राखी' बांधने की इजाजत दे दी. इस दौरान पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. कोरोना के बाद यह पहला मौका है, जब बहनें रक्षाबंधन पर रायपुर सेंट्रल जेल में अपने भाइयों से मिलीं और उनको राखी बांधी.
जेलों में किए गए सुरक्षा के खास इंतजाम: जानकारी के मुताबिक रविवार शाम तक राखी के लिए कैदियों की बहनों ने 297 रजिस्ट्रेशन कराए थे. सोमवार दोपहर तीन बजे तक रजिस्ट्रेशन खुला रखा गया. अब तक लगभग 300 बहनों ने अपने भाइयों को राखी बांधी. साथ ही कैदी के परिवार के तीन लोगों को मिलने की अनुमति दी गई. रक्षा बंधन पर्व पर जेलों में भारी भीड़ होने पर सुरक्षा के भी सख्त इंतजाम किए गए हैं.
राखी और मिठाई ले जाने की मिली अनुमति: इस बारे में रायपुर जेल अधीक्षक अमित सांडिल्य ने कहा, ''राखी पर्व को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है. बहनों को सबसे पहले पंजीयन करा कर समान और साथ में आए रिश्तेदारों की चेकिंग की गई. इसके बाद उन्हें अंदर भेजा गया. राखी और 100 ग्राम मिठाई अंदर ले जाने की अनुमति दी गई है''.
सेंट्रल जेल में मनाया गया त्योहार: रक्षाबंधन के मौके पर कैदियों के रिश्तेदार रायपुर सेंट्रल जेल पहुंच रहे हैं. जेल के भीतर ही बहनें अपने भाईयों को राखी बांध रही है. इसके लिए रविवार से ही रजिस्ट्रेशन शुरू हो गई थी. रजिस्ट्रेशन के बाद ही बहनों ने अपने भाईयों को राखी बांधी. इस दौरान बहनों के चेहरे पर काफी उत्साह देखने को मिला.
सोर्स-पीटीआई