प्रयागराज: इलहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी को आईएएस पीसीएस की फैक्ट्री कहा जाता है. लेकिन, अब संगम नगरी की शान रही इस यूनिवर्सिटी से तमाम व्यावसायिक कोर्सेज करके छात्र छात्राएं अपना भविष्य संवार रहे हैं. इविवि के सेंटर ऑफ फूड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में स्नातक और परास्नातक स्तर के कोर्सेज करके छात्र छात्राएं लाखों रुपये के पैकेज पर नेशनल और मल्टीनेशनल कंपनियों में नौकरी हासिल कर रहे हैं. यही नहीं यहां पढ़ने वाले 60 फीसदी छात्रों को कोर्स पूरा होने तक कैम्पस प्लेसमेंट के जरिए ही नौकरी मिल जाती है. इसके साथ ही फूड टेक्नोलॉजी से जुड़े विभागों में सरकारी नौकरी के अलावा तमाम छात्र स्टार्टअप के स्वरोजगार शुरू कर रहे हैं.
कैसे कर सकते हैं आवेदन: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में 22 साल पहले सेंटर ऑफ फूड टेक्नोलॉजी की शुरुआत की गई. यहां एमएससी फूड टेक्नोलॉजी की शुरुआत की गई. 2002 में शुरू किए गए सेंटर ऑफ फूड टेक्नोलॉजी की शुरुआत भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय और यूजीसी के सहयोग से की गई थी. धीरे धीरे यहां पर कोर्सेज की संख्या में बढ़ोतरी की गयी. इस वक्त यहां से स्नातक और परास्नातक के कोर्सेज चल रहे हैं. जिसमें स्नातक कोर्स में 3 वर्षीय बी वोक फूड प्रॉसेसिंग कोर्स है. इसमें दाखिले के लिए 12 कक्षा साइंस या मैथ विषय के साथ पास होना जरूरी है.
इस कोर्स में दाखिला अब सीयूईटी परीक्षा के जरिये होती है. 3 वर्षीय स्नातक स्तर के कोर्सेज में 52 सीटों पर दाखिला के लिए आवेदन सीयूईटी के माध्यम से किया जा चुका है. जबकि परास्नातक के 2 वर्षीय एमएससी फूड टेक्नोलॉजी कोर्स में दाखिला पीजीएटी के जरिए चल रहा है. दाखिले के लिए इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की वेबसाइट http://aupravesh-2024.cbtexam.in पर जाकर प्रवेश के लिए छात्र छात्राएं आवेदन कर सकते हैं.
एमएससी फूड टेक्नोलॉजी में प्रवेश पाने के लिए बीएससी रसायन विज्ञान या बीएससी बायोटेक्नोलॉजी,बीएससी बायोकेमिस्ट्री, बीएससी एजी, बीएससी फूड टेक्नोलॉजी समेत अन्य विकल्प वाले छात्र दाखिले के लिए आवेदन कर सकते हैं. फिलहाल इस कोर्स में दाखिले के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर 12 जून तक आवेदन किया जा सकता है. आवेदन से जुड़ी विस्तृत जानकारी भी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर देखी जा सकती है.
क्या है इन कोर्सेज का भविष्य : इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के सेंटर ऑफ फूड टेक्नोलॉजी डिपार्मेंट में बी वोक फूड प्रोसेसिंग और एमएससी इन फूड टेक्नोलॉजी कोर्स करने के बाद छात्र-छात्राओं के पास रोजगार की कमी नहीं रहती है. इन कोर्सेज में दाखिला लेने के बाद कोर्स पूरा होने तक कैम्पस प्लेसमेंट के जरिए ही आधे से ज्यादा छात्रों को देश और विदेश की खाद्य प्रसंस्करण से जुड़ी कंपनियों में नौकरी मिल जाती है.
सेंटर ऑफ फूड टेक्नोलॉजी की हेड प्रोफेसर नीलम यादव ने बताया, कि उनके यहां पढ़ाई करने वाले इन छात्रों को रोजगार के तमाम अवसर मिलते रहते हैं. यहां 60 फीसदी तक छात्रों का विभिन्न कंपनियों में चयन कोर्स खत्म होने से पहले तक हो जाता है. वहीं, अलग अलग नेशनल और मल्टीनेशनल कंपनियों में इंटर्नशिप करने के दौरान भी तमाम छात्रों को स्टाइपेंड भी मिलता है. यही नहीं उन्होंने यह भी बताया, कि उनके यहां से कोर्स करने वाले तमाम ऐसे भी छात्र हैं जो नौकरी नहीं करना चाहते. बल्कि वह यहां से कोर्स करने के बाद स्टार्टअप के जरिए स्वरोजगार शुरू करने के लिए इच्छुक रहते हैं. वह नौकरी करने की बजाय स्वरोजगार शुरू को प्राथमिकता देते हैं.
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