मसूरी: इन दिनों मसूरी के हाथीपांव क्षेत्र के जॉर्ज एवरेस्ट मार्ग पर प्रवेश शुल्क लेने का मामला गरमाया हुआ है. अब नगर पालिका परिषद के अधीन आने वाले सार्वजनिक मार्ग से प्रवेश शुल्क वसूलने के मामले का संज्ञान देहरादून डीएम सविन बंसल ले लिया है. जिसके बाद डीएम बंसल ने मसूरी एसडीएम अनामिका को जांच के आदेश दिए हैं.
देहरादून जिलाधिकारी सविन बंसल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय लोगों से जुड़ी समस्या का जल्द से जल्द निराकरण करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही मामले में लेटलतीफी होने पर लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात भी कही है. जिसके बाद एसडीएम अनामिका ने जॉर्ज एवरेस्ट हाउस के आसपास रहने वाले लोगों की बैठक ली. बैठक में उन्होंने जॉर्ज एवरेस्ट प्रवेश शुल्क को लेकर शिकायत करने वाले पक्ष को सुना.
वहीं, बैठक में स्थानीय निवासी भगत कठैत, अभय नौटियाल और सामाजिक कार्यकर्ता रिटायर प्रिंसिपल ललित मोहन काला ने आरोप लगाते हुए कहा कि पर्यटन विभाग की ओर से अवैध रूप से नगर पालिका के अधीन आने वाले मार्ग पर प्रवेश शुल्क वसूला जा रहा है. पर्यटन विभाग ने इसे एक निजी कंपनी को लीज पर दिया है. जिससे स्थानीय जनता के अधिकारों का हनन हो रहा है. स्थानीय लोगों से भी अवैध रूप से प्रवेश शुल्क लिया जा रहा है.
सुप्रीम कोर्ट की शरण में जाने की चेतावनी: उन्होंने कहा कि जॉर्ज एवरेस्ट हाउस के आसपास उनकी पुश्तैनी जमीन है. जहां पर आने जाने पर भी शुल्क लिया जा रहा है. साथ ही जॉर्ज एवरेस्ट में शाम के 6 बजे के बाद प्रवेश बंद कर दिया जाता है. साथ ही उन्होंने संरक्षण देने का आरोप भी लगाया है. उनका कहना है कि जॉर्ज एवरेस्ट के पीड़ित परिवारों को न्याय नहीं मिल पा रहा है. वहीं, उन्होंने चेतावनी देते हुआ कहा कि अगर एसडीएम की जांच के बाद भी अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वो सुप्रीम कोर्ट की शरण में जाएंगे.
जॉर्ज एवरेस्ट के प्रवेश शुल्क बैरियर विवाद को लेकर उनकी ओर से शिकायतकर्ताओं और पर्यटन विभाग के अधिकारियों के पक्ष को सुना जा रहा है. जिसके बाद जांच रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी सविन बंसल को सौंपी जाएगी. - अनामिका, एसडीएम, मसूरी
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