देहरादून: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के दौरान निलंबित होने वाले रामजी शरण शर्मा को अब नई तैनाती दे दी गई है. शासन ने इस संदर्भ में आदेश जारी करते हुए उन्हें उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय हर्रावाला में कुल सचिव के पद पर तैनात किया है. निलंबन होने के बाद से ही रामजी शरण शर्मा बाध्य प्रतिक्षा पर थे. अपर सचिव कर्मेंद्र सिंह की तरफ से यह आदेश जारी किया गया है.
रामजी शरण शर्मा पर लगे आरोप गलत: PCS अधिकारी रामजी शरण शर्मा को लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के दौरान भारत निर्वाचन आयोग की संस्तुति पर निलंबित किया गया था. हालांकि इसके बाद इस मामले में जांच की गई, जिसमें रामजी शरण शर्मा पर लगे आरोपों को गलत पाया गया. इसी आधार पर शासन ने PCS अधिकारी का निलंबन वापस ले लिया है. कुछ दिन पूर्व ही निलंबन वापस होने के बाद अब उन्हें नई तैनाती दे दी गई है.
जल्द ही IAS और PCS अधिकारियों के होंगे तबादले: खास बात यह है कि जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा लगाए गए आरोपों को इस जांच में पूर्ण तरह से सत्य नहीं पाया गया. लिहाजा PCS अधिकारी को आरोप मुक्त कर दिया गया. जांच के बाद आरोपों से मुक्त होते ही शासन ने उन्हें बिना देरी किए नई जिम्मेदारी दे दी है. हालांकि राज्य में जल्द ही IAS और PCS अधिकारियों के तबादले होने जा रहे हैं, जिसके लिए पहले ही होमवर्क पूरा हो चुका है.
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