लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी कार्यालयों में बाहरियों के प्रवेश पर रोक लगा रखी है. इसके बावजूद आरटीओ कार्यालय में क्लर्क अपने मनचाहे लोगों को अपने केबिन में बैठा रहे हैं. हाल ही में ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय के एक क्लर्क के केबिन के अंदर बाहरी व्यक्ति के साथ फोटो वायरल हुई इसके बाद विवाद खड़ा हो गया. जांच में पाया गया कि आरटीओ कार्यालय के क्लर्क ने अपने केबिन में बाहरी व्यक्ति को बैठा रखा था. इसके बाद आरटीओ के क्लर्क गजेंद्र सिंह पर कार्रवाई की गई है.
संभागीय परिवहन अधिकारी के मुताबिक, ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय के काउंटर नंबर नौ पर क्लर्क गजेंद्र सिंह तैनात थे. इस काउंटर पर वाहनों के पंजीकरण, ट्रांसफर और कई अन्य जरूरी काम होते हैं. लगातार ये आरोप लगाते रहे हैं कि यहां से कमीशनखोरी का बड़ा खेल चलता है. एजेंट केबिन के अंदर आकर बैठते हैं और अपने काम कराते हैं. जबकि कार्यालय के अंदर बाहारियों का प्रवेश वर्जित है, यह जगह-जगह लिखा हुआ है. हाल ही में जब काउंटर नंबर नौ के क्लर्क गजेंद्र सिंह के केबिन में बाहरियों के बैठे होने की फोटो वायरल हुई तो यह मामला गर्म हो गया. इसके बाद अधिकारियों ने इसकी जांच शुरू की. लेकिन इस जांच में एआरटीओ (प्रशासन) हीलाहवाली कर रहे थे. जब मुख्यालय को जानकारी हुई कि मुख्यमंत्री के आदेशों का एआरटीओ (प्रशासन) उल्लंघन कर रहे हैं तो मुख्यालय के अधिकारियों ने सख्ती दिखाई और दो दिन के अंदर कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की. इसके बाद एआरटीओ (प्रशासन) ने क्लर्क गजेंद्र सिंह पर कार्रवाई की. गजेंद्र सिंह को काउंटर नंबर 9 से हटाकर डिस्पैच सेक्शन में तैनात कर दिया गया और इसकी रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी. अब आगे की कार्रवाई मुख्यालय की तरफ से की जाएगी.
लखनऊ के संभागीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) संजय तिवारी का कहना है कि काउंटर नवंबर नौ पर तैनात क्लर्क गजेंद्र सिंह पर कार्रवाई की गई है. उसका पटल परिवर्तन कर दिया गया है और मुख्यालय को अग्रिम कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेज दी गई है.
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