गोपालगंज : बिहार के गोपालगंज जिले में 9 शिक्षकों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है. ये सभी शिक्षक भोरे प्रखंड में अलग-अलग स्कूलों में कार्यरत हैं. शिक्षा विभाग द्वारा इन शिक्षकों के नियोजन रद्द कर कानूनी करवाई को लेकर नियोजन इकाई को पत्र लिखा गया है. इन शिक्षकों का नियोजन छठे चरण में 2022 में हुआ था.
9 शिक्षकों के नियोजन पर लटकी तलवार : दरअसल भोरे विधानसभा के निवासी और सूबे के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार के विधानसभा भोरे में 9 ऐसे शिक्षक मिले हैं, जिनपर दूसरे के प्रमाण पत्र पर नौकरी करने का आरोप है. इसकी सत्यता की जांच के दौरान के आधार हिस्ट्री में बदलाव मिला है. नौकरी से पूर्व इनका नाम व जन्मतिथि अलग था, जो नौकरी के समय बदला गया है. इन शिक्षकों में ओमप्रकाश यादव, संगीता मौर्या, वंदना, संध्या, ऋषि कुमार, आशीष कुमार, दीपा कुमारी, प्रीति कुमारी व दीपा यादव शामिल हैं.
क्या कहते हैं जिला शिक्षा पदाधिकारी? : इस संदर्भ में जिला शिक्षा पदाधिकारी योगेश कुमार ने बताया कि भोरे में 6 प्रखंड शिक्षक व 3 पंचायत शिक्षक के विरुद्ध शिकायत मिली थी, जिसके बाद 3 सदस्यीय टीम ने जांच किया. जांच में आधार हिस्ट्री को चेक किया गया तो इन लोगों का ओरिजनल नाम और जिस नाम पर नौकरी कर रहे थे उस नाम में अन्तर पाया गया. जिसके आधार पर प्रथम दृष्टया फर्जी पाया गया.
''फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे थे. उसी आधार पर उन लोगों का नियोजन हटाने के लिए दिया गया है. नियोजन इकाई द्वारा अगर इसमें प्रमाणित पाया जाता है तो उसपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इस तरह के आगे और भी मामले सामने आता हैं तो उसपर कार्रवाई की जाएगी.''- योगेश कुमार, जिला पदाधिकारी, गोपालगंज
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