हल्द्वानी: कुमाऊं मंडल का एकमात्र अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पिछले दिनों आई आपदा और बारिश के चलते गौला नदी के भेंट चढ़ गया. स्टेडियम की पार्किंग के अलावा स्टेडियम की सड़क नदी में समा गई. इसके बाद स्टेडियम को अब खतरा पैदा हो गया है. ऐसे में अब अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की बचाने की कवायद शासन स्तर पर शुरू हो गई है. वहीं स्टेडियम को बचाने के लिए सिंचाई विभाग ने 66 करोड़ का बजट तैयार किया है.
गौर हो कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में 23 सितंबर को हाई लेवल बैठक होने जा रही है. जिसमें खेल सचिव, सिंचाई विभाग वन विभाग के अलावा कई विभागों के अधिकारी इस बैठक में भाग लेंगे. स्टेडियम को बचाने के लिए सिंचाई विभाग ने 66 करोड़ का बजट तैयार किया है. जिसके माध्यम से स्टेडियम को बचाया जा सकेगा. मुख्य अभियंता सिंचाई विभाग संजय शुक्ला ने बताया कि पिछले दिनों दो बार गौला नदी में भारी पानी और मलबा आने से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के पार्किंग के अलावा स्टेडियम की सड़क को भारी नुकसान पहुंचा है.
पार्किंग और सड़क का कुछ हिस्सा नदी में समा गया, लेकिन भविष्य में स्टेडियम और पार्किंग को बचाने की जरूरत है. जिसको देखते हुए 66 करोड़ का बजट तैयार किया गया है. स्टेडियम को बचाने के लिए देहरादून में शासन स्तर पर बैठक होनी है. उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के आसपास काफी भू-कटाव हुआ है, जिसके चलते स्टेडियम को खतरा पैदा हो गया है. करीब 450 मीटर में भूकटाव और पार्किंग का हिस्सा ध्वस्त हुआ है.
लेकिन स्टेडियम को बचाने के लिए 750 मीटर में कार्य योजना तैयार की जानी है. इसके अलावा स्टेडियम के पास से गुजरने वाली नदी को चैनेलाइज करने की योजना तैयार की जा रही है. जिससे भविष्य में नदी का रुख स्टेडियम की ओर ना हो. इसके लिए वन विभाग और खनन विभाग के अधिकारी भी बैठक में शामिल होंगे.