बलिया : जिले में बीजेपी विधायक व क्षेत्रीय वन अधिकारी का विवाद सामने आया है. वन विभाग को आईजीआरएस पर मिली शिकायत पर अवैध आरा मशीन पर कार्रवाई करना महंगा पड़ गया. वन विभाग की टीम कार्रवाई के बाद कार्यालय आ गई. जिसके बाद विधायक अपने समर्थकों के साथ कार्यालय पहुंच गईं. आरोप है कि कार्यकर्ताओं ने वन अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बदसलूकी की.
क्षेत्रीय वन अधिकारी सरिता गौतम ने कहा कि जनसुनवाई में शिकायत मिली थी कि मनियर रेंज में सतीश सिंह की अवैध आरा मशीन चल रही है. इस मामले में मुझे जांच करने के लिए बोला गया था. कार्रवाई के लिए एसडीओ और डीएफओ से प्रवर्तन दल का दस्ता मांगा था. इस मामले में डीएफओ ने आदेश भी जारी किया था. हम लोग मौके पर पहुंचे उस वक्त आरा मशीन मौजूद थी. इसके बाद कार्रवाई करते हुए आरा मशीन खोलकर हम लोग ले आए. कार्रवाई के दौरान असंवेदनशील माहौल क्रिएट किया गया. इस दौरान 20 से 25 लोग मौके पर आ गए थे. इसके बाद हम लोग प्रभारी निदेशक के कार्यालय में आ गए. क्षेत्रीय वन अधिकारी का आरोप है कि इसी दौरान विधायक केतकी सिंह भी आ गईं. इस दौरान उनके कार्यकर्ता भी मौजूद थे, जिन्होंने हम लोगों को घेर लिया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने अपशब्द बोलना शुरू कर दिया.
इस मामले पर बीजेपी विधायक केतकी सिंह का कहना है कि मुझे नहीं पता कि बाधा पहुंचाना किसको कहते हैं. मैं एक जनप्रतिनिधि हूं, मेरे ऊपर जिम्मेदारी है. मेरे जिले के लोग मुझ पर विश्वास करते हैं. उन्होंने कहा कि एक विधायक होने के नाते मैं वन विभाग के कार्यालय पर जाती हूं और ये पूछती हूं कि आपके यहां कितने कर्मचारी काम कर रहे हैं. जब मैं रजिस्टर मंगाती हूं और देखती हूं कि उस कार्यालय पर 21 में से 8 कर्मचारी मौजूद हैं. चार ऐसे अधिकारी थे जिन्होंने साइन ही नहीं किया था रजिस्टर पर, वो थे ही नहीं वहां पर. इन सब बातों पर आवाज उठाना अगर अभद्रता है तो ये अभद्रता मुझे मंजूर है.