लखनऊ: पिछले हफ्ते यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को निर्देश दिए कि राज्य में वीवीआईपी कल्चर नहीं चलेगा और प्राइवेट गाड़ियों में लगे प्रेशर हॉर्न, हूटर और नीली लाल बत्ती तत्काल हटाई जाए. सीएम के निर्देश मिलते ही पूरे राज्य में पुलिस ने अभियान चलाया और नेताओं से लेकर अफसरों की गाड़ियों से हूटर और नीली लाल बत्तियां हटाने का अभियान शुरू किया गया. 11 जून से अब तक 3900 गाड़ियों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की है.
नीली बत्ती व हूटर लगे वाहनों से वसूला गया 34 लाख रुपये जुर्माना : एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश ने बताया कि सीएम योगी के निर्देश पर गाड़ियों पर लगे नीली लाल बत्ती और हूटर सायरन व गाड़ी में भारत या यूपी सरकार लिखने वालों के खिलाफ 11 से 25 जून तक अभियान चलाया जा रहा है. एडीजी के मुताबिक अब तक 85 हजार 738 वाहनों की चेकिंग की गई. इस दौरान 3900 ऐसी गाड़ियों का चालान किया गया, जिन्होंने अपनी गाड़ी में हूटर सायरन और अवैध रूप से लाल नीली बत्ती लगा रखी थी. इन वाहनों के कुल 34 लाख 86 हजार 900 रुपये का चालान किया गया.
भारत या राज्य सरकार लिखे वाहनों का भी चालान : यूपी पुलिस ने न सिर्फ चार पहिए वाहनों में अनाधिकृत रूप से लगे हूटर और लाल नीली बत्ती के खिलाफ अभियान चलाया है. बल्कि उन चार व दो पहिया वाहनों के खिलाफ भी कार्रवाई की है, जिन्होंने अपनी निजी गाड़ी में भारत या राज्य सरकार लिख रखा था. एडीजी के मुताबिक ऐसे 88 हजार 691 वाहनों की जांच की गई. इसमें 6608 वाहनों का 2 लाख 27 हजार 900 रुपये का चालान किया गया.
पुलिस लिखे 9 हजार वाहनों के खिलाफ कार्रवाई : इसके अलावा पूरे उत्तर प्रदेश में पुलिस ने अभियान के तहत ऐसे भी वाहनों की चेकिंग की, जिन्होंने अपने निजी वाहनों में पुलिस लिखवाया हुआ था या फिर पुलिस का लोगो लगवाया था. एडीजी ने बताया कि अभियान के तहत 1 लाख एक हजार 43 वाहनों की चेकिंग की गई और 9356 वाहनों का 45 लाख 58 हजार रुपये का चालान किया गया.
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