दुर्ग:दुर्ग में नशीली दवा की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने एमपी से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से तीन लाख से अधिक की नशीली दवाएं बरामद की गई है.
एक माह पहले हुई गिरफ्तारी से खुला राज: इस बारे में दुर्ग सीएसपी चिराग जैन ने जानकारी दी कि कोतवाली पुलिस ने पिछले महीने अवैध रूप से प्रतिबंधित नशीली दवाइयां बेचने वाले एक आरोपी को पकड़ा था. पुलिस ने आरोपी से कड़ाई से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान आरोपी ने अन्य आरोपियों के नामों का खुलासा किया था. इस कड़ी में पुलिस ने जीवन रेखा परिसर दुर्ग में गोर्वधन प्रसाद बंछोर निवासी रिसाली,अनीष उर्फ सोना राजपूत निवासी शंकर नगर दुर्ग, और रूस्तम नेताम निवासी बघेरा दुर्ग के पास से प्रतिबंधित नशीली दवाइयां बरामद की थी. पुलिस ने आरोपियों को बिना बिल नशीली दवा बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
एसपी ने टीम को भेजा जबलपुर: पूछताछ के दौरान आरोपी गोर्वधन प्रसाद बंछोर ने पुलिस को बताया कि, "वो ये सभी नशीली दवाएं जबलपुर से लेकर आते हैं. सभी दवाओं को रायपुर निवासी अनिल मंगवाकर देता है. पुलिस ने जब अनिल से पूछताछ की तो उसने बताया कि वो इन दवाओं को राजकुमार गंगवानी निवासी जबलपुर के माध्यम से मांगवाता था. इसके बाद दुर्ग एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने एक टीम गठित कर जबलपुर भेजकर आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए.
3 लाख से अधिक की नशीली दवा जब्त: इसके बाद पुलिस जबलपुर पहुंचकर आरोपी राजकुमार गंगवानी को गिरफ्तार किया और उससे पूछताछ की. इस पर उसने बताया कि वो जबलपुर के द्वारिका नगर क्षेत्र में स्थित राधा स्वामी मेडिकल फर्म से दवाई को लाकर अवैध रूप से बेचता है. जब अनिल उसे दवा का आर्डर देता है तो वो यहीं से प्रतिबंधित दवाई को दुर्ग के राकेश मेडिकल फर्म में सप्लाई करता है.पुलिस ने आरोपियों के पास से कुल 3 लाख से अधिक की अवैध नशीली दवाइयां बरामद की है. इसके साथ ही मोबाइल, लैपटॉप, लाइसेंस, जीएसटी का बिल सहित अन्य दस्तावेजों को पुलिस ने जब्त किया है.