रांची: राजधानी रांची में एक तरफ पुलिस पर आरोप लग रहा है कि उन्होंने आरोपी को पीटा है. वहीं दूसरी तरफ पुलिस का कहना है कि आरोपी ने पुलिसवालों के साथ मारपीट की है. यह मामला शनिवार को राजधानी में दिन भर गर्म रहा. एक तरफ आरोपी ने पुलिस पर मारपीट करने का आरोप लगा कर वरीय अधिकारियों को पत्र लिखकर इंसाफ की गुहार लगाई है. वही दूसरी तरफ पुलिस ने भी मारपीट का आरोप लगा कर एफआईआर दर्ज किया है.
क्या है पूरा मामला, क्या कहती है पुलिस का एफआईआर
यह पूरा मामला रांची के सुखदेवनगर और पंडरा ओपी से जुड़ा हुआ है. मामले को लेकर पंडरा ओपी में पुलिस के द्वारा जो एफआईआर दर्ज किया गया है उसमें यह बताया गया है कि एक 16 साल की छात्रा के साथ हुए छेड़खानी के आरोपी जस्सी लोहिया को पुलिस की टीम गिरफ्तार करने के लिए गुरुवार की रात उसके घर पहुची थी. जस्सी को गिरफ्तार कर पुलिस ने जैसे ही उसे अपने वाहन में बिठाया 40 से 50 लोग अचानक वहां आ धमके और पुलिस की टीम से उलझ गए और जबरन जस्सी लोहिया को पुलिस से छुड़ा लिया. पुलिस ने अपने एफआईआर में यह भी लिखा है कि जस्सी लोहिया के ओर से आए लोगों ने पुलिस पर पथराव भी किया जिसमें आरक्षी अवधेश राम और मुन्ना लाल घायल हो गए. विवाद बढ़ता देख पुलिस की टीम मौके से बिना जस्सी लोहिया को गिरफ्तार किए ही वापस लौट गई.
इधर जस्सी लोहिया की पत्नी ने लगाया पुलिस पर मारपीट का आरोप
वहीं, दूसरी तरफ जैसी लोहिया की पत्नी परविंदर कौर ने झारखंड के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, अल्पसंख्यक आयोग सिख समुदाय के अध्यक्ष और झारखंड के डीजीपी को पत्र लिखकर इंसाफ की गुहार लगाई है. परविंदर कौर ने अपने आवेदन में यह लिखा है कि मंगलवार की रात लगभग 11:00 बजे सुखदेव नगर के थाना प्रभारी मनोज कुमार अपने कुछ सहकर्मियों के साथ उनके घर पहुंचे. रात के समय थानेदार में जबरन उनके घर का दरवाजा खोलकर अंदर आ गए. महिला ने आरोप लगाया कि घर के अंदर घुसने के बाद पुलिस उनके अलावा उनके देवर और पति के साथ बदतमीजी की, इतना ही नहीं पुलिस वालों के साथ आए एक व्यक्ति ने उनके देवर की पगड़ी भी खींच कर हटा दी.
परविंदर कौर ने अपने आवेदन में यह भी लिखा है कि देर रात पुलिस का उनके घर आने की वजह वह युवक है जिसने उनके पति पर यह आरोप लगाया है कि वह उनकी बेटी को छेड़ते हैं. मामला दर्ज होने के बाद उनके पति ने अदालत से जमानत ले लिया था. जमानत संबंधित कागजात थाने में भी जमा करवा दिया गया था. परविंदर के अनुसार इसी बीच 19 दिसंबर को सुखदेव नगर थाना से उनके पति को फोन आया कि आप लोग अपना आधार कार्ड जमा कीजिए. चार्जशीट जमा करना है जिसके बाद उनके पति सुखदेव नगर थाना में जाकर अपना और अपने पिता का आधार कार्ड जमा कर दिया. लेकिन 19 दिसंबर की ही रात सुखदेव नगर थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ देर रात उनके घर पहुंचे और घर में जबरन घुसकर मारपीट की. अपने आवेदन के साथ परविंदर कौर ने पुलिस टीम के द्वारा किए गए मारपीट का वीडियो फुटेज भी वरीय अधिकारियों को उपलब्ध करवाया है.
क्या है वीडियो में
परविंदर कौर के द्वारा उपलब्ध करवाए गए वीडियो में यह दिख रहा है कि पुलिस वाले जस्सी को गिरफ्तार कर अपने साथ ले जा रहे हैं, जिसका विरोध जस्सी का पूरा परिवार एक साथ कर रहा है. हालांकि मौके पर मात्र 5 से 10 लोग ही थे, जबकि पुलिस ने अपनी एफआईआर में बताया है कि 40 से 50 लोगों ने पुलिस से जस्सी को पुलिस ने छुड़ा लिया.
क्या है पुलिस का पक्ष
वहीं, मामले को लेकर कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय ने बताया की जस्सी के खिलाफ दूसरी एफआईआर छेड़खानी को लेकर दर्ज की गई थी, उसी आलोक में पुलिस की टीम उसे गिरफ्तार करने के लिए गई हुई थी. बाकी जो विवाद सामने आया है उसकी जांच की जा रही है.
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