देहरादून: थाना राजपुर पुलिस ने भूमि की धोखाधड़ी करने के मामले में फरार और 5000 रुपए के ईनामी आरोपी को हरिद्वार से गिरफ्तार किया है. मामले में पहले ही गिरोह के 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है और गिरोह के कई आरोपी अभी भी पुलिस की रडार पर हैं, जिनकी तलाशी के लिए बाहरी प्रदेशों में लगातार दबिश दी जा रही है.
10 जून 2024 को दर्ज किया गया था मामला: बता दें कि 10 जून 2024 को राकेश नाम के व्यक्ति ने तहरीर दी थी, जिसमें बताया गया था कि गिरीश कोटियाल, दिनेश कुमार अग्रवाल (वरिष्ठ आर्किटेक्ट) और राजीव कुमार नाम के व्यक्ति ने उन्हें राजपुर रोड स्थित एक प्लॉट दिखाया, जिसकी कीमत लगभग 5 करोड़ रुपये थी और बताया कि यह अरशद कय्यूम नाम के व्यक्ति का है, जो उनका जानने वाला है. वह उससे बात करके प्लॉट की रजिस्ट्री पीड़ित के नाम पर करवा देंगे. उसके बाद तीनों व्यक्तियों ने पीड़ित की अरशद क्य्यूम नाम के व्यक्ति से मुलाकात कराई.
मामले में अन्य व्यक्ति ने प्रॉपर्टी को बताया अपना: आरोपियों द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पीड़ित को धोखा देकर उससे एक इकरारनामा बनवाया गया और अरशद कय्यूम के नाम पर 55 लाख रुपए खाते में और 25 लाख रुपए नकद लिए गये, जब पीड़ित राकेश बत्ता प्लॉट में कब्जा लेने पहुंचा तो, वहां पर अरशद कय्यूम नाम का व्यक्ति मौजूद मिला, जिसने अपनी प्रॉपर्टी के पेपर दिखाते हुए प्रॉपर्टी को अपना बताया. जिस पर पीड़ित को अपने साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी हुई.
5 करोड़ रुपए में की गई थी भूमि की डील: पीड़ित की तहरीर पर थाना राजपुर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की. 11 जून 2024 को आरोपी गिरीश कोठियाल,दिनेश अग्रवाल और राजीव कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया था. आरोपियों द्वारा पूछताछ में प्रमोद कुमार द्वारा फर्जी अरशद कय्यूम बनकर फर्जी दस्तावेज के आधार पर राकेश से इकरारनामा कर 80 लाख रुपये नकद और बैंक खातों में और दो करोड़ के दो चेक लिये गये थे. संबंधित भूमि की डील 5 करोड़ रुपए में की गई, बाकी पैसा रजिस्ट्री के दिन देना तय हुआ था. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी प्रमोद कुमार को 19 जून को सहारनपुर से गिरफ्तार किया था.
आरोपी इनाम अहमद हरिद्वार से गिरफ्तार: पुलिस विवेचना में इनाम अहमद का नाम सामने आया,जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा लगातार विभिन्न जगहों पर दबिश दी जा रही थी, लेकिन वह लगातार फरार चल रहा था. जिसके बाद पुलिस द्वारा इनाम अहमद का न्यायालय से गैर जमानतीय वारंट प्राप्त किया गया था. आरोपी के लगातार फरार रहने पर एसएसपी ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 5000 रुपए का इनाम घोषित किया था. जिसके बाद मुखबिर की सूचना पर पुलिस द्वारा आज आरोपी इनाम अहमद को जनपद हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया.
भूमि पर कई सालों से नहीं था कब्जा: पूछताछ में आरोपी द्वारा बताया गया कि उसका वास्तविक नाम इनाम अहमद है और उसका देहरादून में दिनेश अग्रवाल (आर्किटेक्ट) के पास आना-जाना था. आरोपी और उसके साथियों को धोरणखास राजपुर में सड़क से लगी एक भूमि की जानकारी हुई, जिस पर कई सालों से कोई कब्जा नहीं था. उनके द्वारा रजिस्ट्रार कार्यालय से भूमि के मालिक की जानकारी संबंधी दस्तावेज निकाले गये, जिसमें जमीन अरशद कय्यूम निवासी भदोही के नाम पर दर्ज होना पाया गया, जिसके बाद आरोपी ने अपने गांव के ही शबाब अहमद, मोहम्मद वसीम और प्रमोद कुमार के साथ मिलकर आरोपी प्रमोद कुमार का अरशद कय्यूम के नाम से फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड भगवानपुर हरिद्वार से बनवाया और फर्जी अरशद कय्यूम का बैक खाता भगवानपुर बैक में खुलवाया .
आरोपियों ने बनाया था फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड: आरोपी इनाम अहमद ने बताया कि जब प्रमोद कुमार का फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड बन गया तो उसके बाद आरोपी ने अपने साथी शबाब और वसीम के साथ जमीन के लिये ग्राहक तलाश करने के लिए दिनेश अग्रवाल, राजीव कुमार और गिरीश कोठियाल को बताया. तीनों व्यक्तियों ने जमीन को राकेश बत्ता को दिखाया. पीड़ित को जमीन पसंद आने पर आरोपी अपने साथी शबाब अहमद और वसीम के साथ जमीन का सौदा करने के लिये प्रमोद कुमार (फर्जी अरशद कय्यूम ) को लेकर देहरादून आया, जहां आरोपियों ने प्रमोद कुमार को फर्जी अरशद कय्यूम के रूप में पीड़ित से मिलाया और जमीन के सौदे के एवज में मिली धनराशि को आपस में बांट लिया . सौदे की बाकी धनराशि आरोपियों को जमीन की रजिस्ट्री के समय मिलनी थी, लेकिन उससे पहले ही पीड़ित को जमीन के फर्जी होने की जानकारी हो गई.
फरार आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस: थाना राजपुर प्रभारी पीड़ी भट्ट ने बताया कि इस मुकदमे में 2 अन्य आरोपियों के नाम सामने आए हैं, जो फरार चल रहे. उन्होंने कहा कि फरार आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस द्वारा अन्य प्रदेशों में दबिश दी जा रही है. साथ ही आरोपी इनाम अहमद के आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है.
ये भी पढ़ें-