मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : मनेंद्रगढ़ जनपद पंचायत के चर्चित रिश्वतखोर बाबू सतेंद्र सिन्हा के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की कार्रवाई फिर से तेज हो गई है. एसीबी की नौ सदस्यीय टीम एक बार फिर मनेन्द्रगढ़ पहुंची. जहां उसने सतेंद्र सिन्हा और उनके परिजनों के बैंक खातों और लॉकरों की जांच की. टीम का मुख्य उद्देश्य सिन्हा की अनुपादित संपत्ति की जांच करना था.
सतेंद्र सिन्हा से हुई पूछताछ : इस कार्रवाई में सबसे पहले टीम ने छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक में सतेंद्र सिन्हा के लॉकर की जांच की. इस दौरान टीम ने करीब डेढ़ घंटे तक दस्तावेजों और नकदी से जुड़े सवालों पर पूछताछ की. इसके बाद एसीबी की टीम एक्सिस बैंक पहुंची, जहां सतेंद्र सिन्हा के साले के खाते की जांच की गई. हालांकि, बैंक लॉकर से कोई खास जानकारी नहीं मिली, जिसके कारण टीम ने बिना ज्यादा देर किए बैंक से निकलने का फैसला किया.
एसीबी के डीएसपी प्रमोद कुमार खेस ने बताया कि सतेंद्र सिन्हा के खिलाफ अनुपादित संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है. टीम ने ग्रामीण बैंक और एक्सिस बैंक में सतेंद्र और उनके परिवार के खातों और लॉकरों की जांच की. हालांकि, अभी तक लॉकर से कोई महत्वपूर्ण दस्तावेज नहीं मिला है.
सतेंद्र सिन्हा के पास काफी मात्रा में अचल संपत्ति पाई गई है. करीब 10 से 12 मकान मिले हैं, जिनका मूल्यांकन पीडब्ल्यूडी से कराया जाएगा.अभी तक 10 करोड़ रुपए की संपत्ति सामने आई है, लेकिन जांच अभी जारी है, जिससे संपत्ति का और भी बड़ा आंकड़ा सामने आ सकता है- प्रमोद कुमार खेस,डीएसपी
डीएसपी प्रमोद कुमार खेस ने बताया कि जांच में सामने आया है कि ग्रामीण बैंक के लॉकर में करीब 1 लाख रुपये थे, जिन्हें 18 तारीख को ही जब्त कर लिया गया था. वहीं एक्सिस बैंक के लॉकर में सतेंद्र सिन्हा के साले के खाते में मात्र 10 हजार रुपये थे,जिसके कारण उनके ऊपर ठोस कार्रवाई नहीं हुई.मामले में अभी कई पहलुओं पर जांच जारी है, और आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं.